Bhopal: वेल्डर के बेटे ने जेईई मेंस परीक्षा (JEE Mains Exam) में 99.938 परसेंटाइल हासिल कर कमाल किया है, यह कमाल करने वाले दीपक प्रजापति के पास अब तक की-पैड वाला मोबाइल फोन (keypad mobile phone) रहा है। दीपक एक गरीब परिवार से नाता रखते हैं और उनके पिता मध्य प्रदेश के देवास में वेल्डिंग का काम करते हैं।
दीपक का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले का रहने वाला है, मगर पिता नौकरी की तलाश में देवास आ गए थे, उन्हें एक कंपनी में जॉब भी मिला। उसके बाद परिवार के सामने समस्याएं आई, क्योंकि पिता की नौकरी छूट गई थी उसके बाद उन्होंने कई जगह काम किया।
दीपक ने आठवीं तक की पढ़ाई अपने घर के पास के ही एक स्कूल में की और आर्थिक दिक्कतों के चलते उसे नवमीं और दशमीं की पढ़ाई सरकारी स्कूल में करनी पड़ी, मगर 11वीं और 12वीं की पढ़ाई उसने प्राइवेट स्कूल में की, 12वीं की बोर्ड परीक्षा में उसने 92.6 फीसदी अंक हासिल किए।
दीपक बताता है कि पारिवारिक आर्थिक समस्या उसके सामने सबसे बड़ी है, यही कारण है कि वह इसे दूर करना चाहता है, जहां वह रहता है वहां के एक छात्र आईआईटी इंदौर में पढ़ते हैं। काफी समय तक तो दीपक इंजीनियरिंग के बारे में भी नहीं जानता था, उसके बाद ही उसने इंजीनियर बनने का विचार बनाया।
दीपक बताता है कि जेई की तैयारी के लिए वह इंदौर में पढ़ाई करने आ गया और यहां एक कोचिंग क्लास में दाखिला दिलाने में उसकी मौसी ने मदद की। पारिवारिक स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसके घर में टीवी भी नहीं है और वह खुद की पैड वाला फोन चलाता है, लेकिन उसने निरंतर पढ़ाई 10 से 12 घंटे तक जारी रखी, वह जब क्लास में जाता था तो एक घंटे पहले पहुंचता था और एक घंटे बाद लौटता था।
दीपक बताता है कि उसका कानपुर के आईआईटी में पढ़ने का सपना है जिसे वह पूरा करेगा। दीपक प्रजापति की सफलता पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए बधाई दी और लिखा है, आपने दिखा दिया है कि मन में चाह हो तो राह बनती ही है, आपकी इस उपलब्धि से मध्य प्रदेश गौरवान्वित है।