Ranchi: 31 जनवरी से झारखंड में शुरू हुए राजनीतिक उठापटक पर फिलहाल विराम लगता दिखाई दे रहा है। 23 साल के झारखंड में छठे मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। सीएम चंपई सोरेन के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और राजद के विधायक सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री के तौर पर शपथ लिया।
राज्यपाल ने शपथ ग्रहण के बाद दस दिनों के अंदर बहुमत साबित करने को कहा है। बताया जा रहा है कि शपथ ग्रहण के बाद विशेष सत्र बुलाया जाएगा। पुख्ता सूत्रों की माने तो विशेष सत्र पांच जनवरी को संभावित है। उसी दिन बहुमत साबित कर लिया जाएगा। राजनीतिक जानकारों की माने तो गठबंधन सरकार के लिए बहुमत साबित करने में कोई कठिनाई नहीं आएगी। फिलहाल गठबंधन का दावा है कि उनके साथ 47 विधायक हैं। लेकिन कागज पर 43 विधायकों के ही हस्ताक्षर हैं।
यहां बताते चलें कि झारखंड विधानसभा 81 सीटों की है। यहां सरकार बनाने के लिए 41 विधायकों की जरूरत है. जो गठबंधन सरकार के पास है।