Ranchi: झारखंड की राजनीतिक में ऐसा कई बार हुआ है कि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने जो कहा है, वो सच भी हो गया है। अब 22 जनवरी को श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्णा के दिन बाबानगरी देवघर के मंदिर को ना सजाये जाने से एक बार फिर से निशिकांत दुबे ने एक बयान जारी किया है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि मुझे लगता है कि बाबा के मंदिर को लेकर जो भी राजनीति करता है, उसका विनाश निश्चित है और मैं आपको बड़े दावे के साथ कह रहा हूं कि अगले आने वाले 7 दिन झारखंड सरकार के लिए दिन बेहद बुरे होने वाले हैं।
निशिकांत दुबे ने कहा:
न्यूज एजेंसी एएनआई को एक बयान देते हुए गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड के मुखिया हेमंत सोरेन पर एक बार फिर से नाराजगी जतायी है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि मैंने बाबा मंदिर की साजसज्जा को लेकर खुद यहां के एसडीओ को फोन किया। श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर उनसे मंदिर को सजाने का आग्रह किया। कहा कि अब मंदिर का सरकारीकरण हो चुका है। यह अब एक ट्रस्ट के रूप में काम कर रहा है। इस ट्रस्ट के अध्यक्ष झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं, और मैं ट्रस्टी हूं। और इन हालातों में मंदिर का ना सजाया जाना गलत है।
उन्होंने कहा कि मैंने दोबारा भी एसडीओ को कहा कि अगर वो मंदिर नहीं सजा सकते हैं तो मुझे कहें। मैं मंदिर को सजा दूंगा। फूलों का तो इंतजाम नहीं हो सकता है, लेकिन लाइट्स तो लग ही सकते हैं। लेकिन फिर भी इसमें राजनीति हो गयी। मुझे लगता है कि बाबा के मंदिर में कोई अगर राजनीति करता है, तो उनका सर्वनाश निश्चित है। इस बार पर उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आनेवाले सात दिन झारखंड के लिए काफी कष्टकारी होने वाले हैं।