Ranchi: प्रशिक्षित मध्यस्थ बेहतर समाज के निर्माण में सहभागी होंगे एवं न्याय प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करेंगे। उपरोक्त बातें रांची स्थित विश्वैसरैया स्वच्छता एवं जल अकादमी में पांच दिवसीय मध्यस्थता प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार की सदस्य सचिव रंजन अस्थाना ने कही।
उन्होंने मध्यस्थता प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षणार्थियों का धन्यवाद ज्ञापन किया एवं मध्यस्थों को अपनी शुभकामनाएं समर्पित कीं। सभी प्रशिक्षित मध्यस्थों को झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से उन्होंने प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी प्रदान किये।ज्ञात हो कि झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में सर्वोच्च न्यायालय की मेडिएशन एंड कॉन्सिलिएशन प्रोजेक्ट कमेटी (एमसीपीसी) द्वारा संचालित यह कार्यक्रम झालसा की सदस्य सचिव कुमारी रंजना अस्थाना के मार्गदर्शन व झालसा के डिप्टी सेक्रेटरी अभिषेक कुमार की देखरेख में हुआ। समापन समारोह का संचालन डिप्टी सेक्रेटरी मनीष मिश्रा द्वारा किया गया।
प्रशिक्षणार्थियों ने सर्वोच्च न्यायालय की एमसीपीसी की प्रशिक्षिका राज लक्ष्मी सिन्हा, प्रशिक्षक शिव शंकर प्रसाद, प्रशिक्षक नीरज उपाध्याय एवं प्रशिक्षक अशोक कुमार राय द्वारा दिये गए प्रशिक्षण की मुक्त कंठ से सराहना की व सम्मानस्वरुप बाबा बैद्यनाथ की तस्वीर भेंट की। प्रशिक्षकों द्वारा सदस्य सचिव रंजना अस्थाना व डिप्टी सेक्रेटरी अभिषेक कुमार को मध्यस्थता से संबंधित पुस्तक देकर सम्मानित किया गया।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में झारखंड के देवघर, रामगढ़, रांची, चाईबासा, सरायकेला आदि विभिन्न जिलों के लगभग 150 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया, जिसमें प्रमुख रूप से देवघर के राज कुमार शर्मा, फाल्गुनी मरीक, संजय कुमार मिश्रा, नीता पाठक, चन्द्र किशोर राय, शिशिर कुमार, संजीव कुमार, कौशल पाण्डेय, मधुपुर से प्रमोद वर्मा, प्रणय सिन्हा, सेलेस्टिना मुर्मू, अनीता कुमारी, चाईबासा से पूजा कुमारी, जामताड़ा की पुष्पा व पुष्पा दूबे सहित अन्य शामिल रहे।