Deoghar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से 30 नवंबर को ऑनलाइन देवघर एम्स में पीएम जन औषधि केंद्र का उद्घाटन करेंगे। देवघर एम्स परिसर में अमृत फार्मेसी के बगल में ही पीएम जन औषधि केंद्र तैयार किया गया है। स्टोर में सारी दवाइयां आ गयी हैं।
गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के आग्रह पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देवघर एम्स में पीएम जन औषधि केंद्र की स्वीकृति दीं है। फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया (पीएमबीआइ) के सीइओ रवि दाधीचि ने सांसद डॉ निशिकांत दुबे व एम्स के निदेशक को पत्र भेजकर बताया है कि 30 नवंबर को प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देश के 10000वें पीएम औषधि केंद्र का उद्घाटन करेंगे, प्रधानमंत्री देवघर एम्स के साथ-साथ महाराष्ट्र के कोल्हापुर में भी संबोधित करेंगे.।
समारोह के दौरान गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे देवघर एम्स में उपस्थित रहेंगे। सीइओ रवि ने देवघर एम्स के निदेशक को पीएमबीआइ के नोडल ऑफिसर के साथ को-ऑर्डिनेशन कर उद्घाटन समारोह की सारी तैयारी करने का निर्देश दिया है।
अनुदान पर उपलब्ध होंगे 1600 दवाइयों के रेंज :
देवघर एम्स में खुलने वाले पीएम जन औषधि केंद्र में सरकारी जेनेरिक दवाइयां के साथ-साथ कुल 1600 दवाइयां के रेंज उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा करीब 900 सर्जिकल आइटम भी उपलब्ध रहेंगे। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के झारखंड नोडल ऑफिसर सुमित पांडे ने बताया कि इस जन औषधि केंद्र में 50 से 90 फीसदी तक मरीजों को डिस्काउंट में दवाइयां मिलेंगी। इसमें सभी सरकारी जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध होंगी। एम्स के डॉक्टर द्वारा लिखी जाने वाली सभी दवाइयां उपलब्ध करायी जायेगी। पूरे झारखंड में देवघर एम्स का प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र सबसे आधुनिक और सुविधायुक्त होगा। देवघर एम्स में इमरजेंसी सेवा चालू होने के बाद यहां 24 घंटे यह सुविधा मिलेगी। फिलहाल ओपीडी के अनुसार जन औषधि केंद्र खुला रहेगा।
सांसद निशिकांत ने की थी मांग:
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि देवघर में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की मांग केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से की थी। स्वास्थ्य मंत्री ने मेरी मांगों को गंभीरता से ली, 30 नवंबर को पीएम जन औषधि केंद्र का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। पीएम स्वयं देवघर एम्स में सारी सुविधाएं जल्द उपलब्ध कराने को लेकर फोकस हैं। औषधि केंद्र में सस्ती दर पर सभी दवाइयां उपलब्ध होंगी। जिससे निश्चित तौर पर इसका लाभ गरीब मरीजों को मिलेगा।