Deoghar: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जमीन घोटाला मामले में पूछताछ के लिए ईडी के सामने उपस्थित नहीं हुए। उन्हें जमीन घोटाला के सिलसिले में सवाल-जवाब के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी ने 14 अगस्त को तलब किया था। जिसपर गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को एक बार फिर आड़े हाथ लिया है। सांसद दुबे ने कहा कि हेमंत सोरेन में हिम्मत है तो उन्हें जांच एजेंसी का सामना करना चाहिए।
पत्रकारों से बात करते हुए देवघर में सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने कहा कि एक दिन पाप का घड़ा टूटता है तो पाप का घड़ा अब फुट रहा है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री हैं। उन्हें तो ईडी का सामना करना चाहिए।
सांसद ने उदहारण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोधरा कांड के समय जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो जितनी बार सीबीआई और ईडी ने बुलाया वो ऐजेंसी के सामने गए। तो हेमन्त सोरेन में भी अगर हिम्मत है तो उन्हें ईडी का सामना करना चाहिए।
गौरतलब है कि यह दूसरा मामला है जब ईडी ने मुख्यमंत्री को समन जारी किया है। इससे पहले साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में सीएम को जांच एजेंसी ने तलब किया था। इस बात की संभावना जताई जा रही है मुख्यमंत्री एक हफ्ते का समय मांग सकते हैं।
बता दें कि रांची में सेना के उपयोग वाली 4.55 एकड़ की जमीन सहित कई अन्य जमीनों की खरीद-बिक्री में फर्जीवाड़ा को लेकर मनी लांड्रिंग के तहत ईडी जांच कर रही है। इसी बारे में पूछताछ के लिए ईडी ने सीएम सोरेन को तलब किया था। इस मामले में अब तक 14 की गिरफ्तारी हो चुकी है।