Deoghar: उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने देवघर-चकाई मुख्य मार्ग पर स्थित लगभग 500 हैक्टेयर क्षेत्र में फैले Bio Diversity Park का निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने पार्क के जरिये पर्यावरण संरक्षण के साथ यहां आने वाले पर्यटकों को शैक्षणिक लाभ देने के लिए किए जा रहे प्रयासों की वस्तुस्थिति से अवगत हुए। साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यटन व प्रकृति के मनोरम दृश्य से सुसज्जित पार्क के माध्यम से इको टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने पार्क में विद्यार्थियों को कराया जाने वाले शैक्षणिक भ्रमण को लेकर किए गए कार्यों की स्तिथि से अवगत हुए। आगे मौके पर उपस्थित डीएफओ राज कुमार साह ने बताया कि कई दुर्लभ प्रजाति और औषधीय गुण वाले पेड़-पौधों से भरपूर इस क्षेत्र को जन उपयोगी बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।
पार्क में मेडिसिनल गार्डन,लता उद्यान,औषधीय पौधों का उद्यान,कई प्रजाति के कैक्टस और ड्रैगन फ्रूट गार्डन का निर्माण कराया गया है,जिससे यहां आने वाले पर्यटक और खास कर विद्यार्थी यहां के प्रकृति का आनंद लेने के साथ इसका शैक्षणिक भ्रमण के तौर पर दुर्लभ पेड़-पौधों के अध्ययन के लिए भी उपयोग कर पाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्क में 44 पक्षियां को अभी तक चिन्हित किया गया है।
इसके अलावा पर्यटकों की सुविधा और पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा यहां प्रकृति व्याख्यान केंद्र, प्रशासनिक भवन, जलपान गृह, बांस घर, कृत्रिम झरना सहित पेयजल और शौचालय की व्यवस्था है। पर्यटकों के मनोरंजन के लिए यहां एक से एक पशु,पक्षी हैं। बहुत तरह की रंग बिरंगी पक्षियों के अलावा नील गाय,कॉमन लंगूर,विभिन्न प्रजाति के सांप इत्यादि मौजूद मिले हैं। साथ ही पार्क में कई विलुप्त हो रहे पक्षी के बारे में आने वाले पर्यटक हो या विद्यार्थी इसकी जानकारी ले सकते हैं।
इसके अलावे निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि देवघर की स्वच्छ आबोहवा, पर्यावरण संतुलन और संरक्षण में इस पहाड़ी की बड़ी भूमिका रही है। आगे उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के इस माहौल में प्राकृतिक संपदा और खासकर वनों को सहेजने और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की बात कही। साथ ही Bio Diversity Park का व्यापक प्रचार प्रसार कराने की बात कही, ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक पार्क की जानकारी से अवगत हो सके।
इस दौरान उपरोक्त के अलावा अनुमंडल पदाधिकारी देवघर दीपांकर चौधरी, प्रशिक्षु आई.ए.एस अनिमेष रंजन एवं वन विभाग के अधिकारी, रेंजर व कर्मी उपस्थित थे।