Medininagar: पलामू जिले के पांकी में महाशिवरात्रि पर तोरणद्वार बनाने को लेकर बुधवार को हुए विवाद के बाद शिव बारात नहीं निकली जाएगी। शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी धारा 144 सख्ती से लागू है। इस बीच अधिकारियों ने शिव बारात नहीं निकालने का निर्णय लिया है। ड्रोन से नजर रखी जा रही है। पलामू जिले के तमाम वरीय अधिकारी पांकी में कैंप कर रहे हैं। कई दफा बैठक कर ड्यूटी में तैनात अन्य अधिकारी एवं जवानों को दिशा-निर्देश दिया गया है। पांकी थाने में दोनों समुदायों के प्रबुद्ध जनों से बैठक की गयी है। दोनों ओर से शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता दोहरायी गयी है। 19 फरवरी तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
पलामू के डीसी ए दोड्डे, एसपी चंदन सिन्हा, रांची से आए आईपीएस अधिकारी, रैप के अधिकारी समेत कई अधिकारियों ने शुक्रवार को पांकी के मस्जिद चौक का जायजा लिया और स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान भारी संख्या में जवान मौजूद थे। पूरे इलाके का जायजा व स्थानीय लोगों से बैठक के बाद अधिकारियों ने बैठक की। इसके बाद अधिकारियों ने पांकी में शिव बारात नहीं निकालने का निर्णय लिया है। शिवरात्रि को लेकर लोगों को भावुक न होने की सलाह दी गयी है।
पांकी में महाशिवरात्रि को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। विभिन्न थानों की पुलिस के अलावा सुरक्षाबलों की 10 कंपनियों को तैनात किया गया है। इसमें महिला जवानों को भी शामिल किया गया है। पांकी में संवेदनशील इलाके में नजर रखने के लिए कई ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है। पलामू के उपायुक्त खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।
वहीं शांति बहाली के लिए दोनों समुदायों के लोगों के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें दोनों समुदायों के पांच-पांच लोग शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि मस्जिद में सिर्फ चार लोग ही जुमे का नमाज अदा करेंगे जबकि महाशिवरात्रि के दिन सिर्फ पांच लोग ही मंदिर में पूजा करेंगे।