Ranchi: झारखंड पुलिस एसोसिएशन (Jharkhand Police Association) ने देवघर जिले के टाउन थाना प्रभारी रहे रतन सिंह के निलंबित की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की है। मामले को लेकर गुरुवार को पुलिस एसोसिएशन की आपात बैठक आयोजित की गई। बैठक में जल्द से जल्द रतन सिंह को निलंबन मुक्त करने और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है।
मौके पर झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने कहा कि देवघर के टाउन थाना प्रभारी रतन सिंह को पंजाब नेशनल बैंक में चेकिंग के दौरान हथियार के साथ बैंक में घुसने से रोका गया। इस दौरान गार्ड के साथ उनकी हाथापाई हो गई। इस मामले में बिना एसपी के रिपोर्ट के डीआईजी ने टाउन थाना प्रभारी रतन सिंह को सस्पेंड कर दिया। उन्होंने कहा कि बैंक का सुरक्षा महत्वपूर्ण होता है। पुलिसकर्मी जब भी फील्ड में निकलते हैं तो उनके पास हथियार होता है। उन्होंने कहा कि बैंक चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी हथियार लेकर नहीं जाए और उसी समय बैंक लूटने की नियत से कोई बैंक पहुंच जाता है। इस स्थिति में पुलिसकर्मी उसका मुकाबला कैसे करेंगे।
गार्ड ने किया थाना प्रभारी के साथ अभद्र व्यवहार: पुलिस एसोसिएशन
सिंह ने कहा कि रतन सिंह भी नियमित बैंक चेकिंग के लिए पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य शाखा में गए थे, जहां गार्ड द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया । इसके बाद दोनों में हाथापाई हुई। गार्ड ने इसी क्रम में वर्दी फाड़ दिया। वर्दी फाड़ने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।
देवघर डीसी का रवैया भी आपत्तिजनक: पुलिस एसोसिएशन
झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने कहा कि पूरे मामले में देवघर डीसी का रवैया भी आपत्तिजनक था। उन्होंने बैंकर्मियों को कहा था कि थाना प्रभारी के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराइये। इसके बाद थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर एसोसिएशन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करेगा और उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे। इसके अलावा राज्य के सभी पुलिसकर्मी बैंक चेकिंग कार्य नहीं करेंगे। (Input-HS)