Deoghar: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन दिनों अपने खतियानी जोहार यात्रा के दौरान संथाल परगना में है। गुरुवार को संथाल के गोड्डा और फिर शुक्रवार को देवघर में अपने यात्रा को मुकम्मल कर रहे हैं। ऐसे में गोड्डा लोकसभा में हलचल तो है ही साथ ट्विटर पर भी गतिविधियां तेज हैं।
अब गोड्डा लोकसभा में गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे का जिक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी बगैर नाम लिए डॉ. दुबे का जिक्र उनके लोकसभा क्षेत्र में आते ही कर दिया। फिर क्या था जवाब लाजिम था। क्योंकि सीएम हेमंत और एमपी निशिकांत के बीच के रिश्ते ट्वीटर के जरिये ही जग जाहिर है।
गुरुवार को गोड्डा दौरे के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक ट्वीट कर लिखा ” क्या 1932 खतियान पास कराना गलत है? खतियान वालों को बांग्लादेशी बोला जाता है। हमारे राज्य को ठग प्रदेश बोला जाता है। हमारी जमीन, हमारी मिट्टी में खड़ा होकर झारखण्डवासियों को ही गाली दिया जाता है। इसे झारखण्डी कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।”
ऐसा माना जा रहा है कि सीएम हेमंत का ये ट्वीट बगैर नाम लिए निशिकांत दुबे पर हमला था। अब अपनी बातों को बेबाक अंदाज में रखने वाले सांसद निशिकांत भी कहाँ रुकते , सूबे मी सरकार को आये दिन आड़े हाथों लेने वाले सांसद निशिकांत ने भी हेमंत सोरेन के इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट के साथ ट्वीट किया “आपको मैंने बांग्लादेशी समर्थक कहा,आपने झारखंड का नाम मिट्टी में मिलाकर इसे ठग प्रदेश बना दिया,चोरी,कमीशन को बढ़ावा दीजिएगा तो ठग नहीं कहलाइएगा? जहां आज आप देवघर में हैं वहीं मैं पैदा हुआ हूँ,मकान का नाम मुरार भवन,शीतल मल्लिक रोड,विलासी टाउन है,मेरे ज़मीन और मेरे मिट्टी को चुनौती?”
यहां आपको बता दें कि संथाल परगना में बढ़ रहे धर्मांतरण और बांग्लादेशी घुसपैठिये के मुद्दे को सांसद निशिकांत दुबे इन दिनों पुरजोर तरीके से सदन के पटल पर रख रहे हैं।