Ranchi: अपने ट्वीट से झारखंड की राजनीति में भूचाल लाने वाले गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर सियासी हड़कंप मचा दिया है। अभी हेमंत सोरेन का मामला शांत भी नहीं हुआ है कि एमपी के एक और ट्वीट ने सत्ताधारी दल की धड़कनें तेज कर दी है।
दरअसल, सांसद निशिकांत दुबे ने एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि “बसंत भइया भी गयो.” अब बसंत से मतलब बसंत सोरेन से है इतना तो समझ आ रहा लेकिन बसंत सोरेन कहां और क्यों जा रहे ये तो आने वाला वक़्त बताएगा। लेकिन निशिकांत दुबे की ट्वीट पर झारखंड की सियासी गलियारों में कयास बसंत सोरेन की सदस्यता को लेकर लगाए जा रहे हैं।
सियासी हलचल इस बात को लेकर है कि क्या सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई व दुमका विधायक बसंत सोरेन के खिलाफ कोई फैसला आया है। दरअसल, सीएम हेमंत सोरेन की तरह की खनन पट्टा लीज मामले में उनके छोटे भाई और दुमका के जेएमएम विधायक बसंत सोरेन का मामला भी भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष विचाराधीन है। ऐसे में कयास कई तरह के लगाए जा रहे।
यहां बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में फैसले की सभी को प्रतीक्षा है। भारत निर्वाचन आयोग ने अपना फैसला राज्यपाल को भेज दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता समाप्त होने का खतरा मंडरा रहा हैं। एक सप्ताह दिल्ली दौरे पर गए राज्यपाल रमेश बैंस वापस लौट आये हैं। राज्यपाल के रांची लौटने के बाद भी उन्होंने अभी तक कोई आदेश जारी नहीं किया है। जबकि भारत निर्वाचन आयोग 25 अगस्त को ही राज्यपाल को अपना फैसला भेज चुका है। भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से फैसला भेजने के बाद झारखंड में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। हालांकि, अभी तक निर्वाचन आयोग के फैसले की औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। अटकलें लगाई जा रही है कि आयोग ने सीएम को विधायक के तौर पर अयोग्य घोषित करने की सिफारिश की है।