Deoghar: श्रावणी मेला के दौरान बाबाधाम आने वाले श्रद्धालुओं को थोड़ी भी दिक्कत महसूस न हो इसको लेकर प्रशासन तमाम दुरुस्त व्यवस्थाओं में जुटा है। तैयारियों में जरा भी चूक नहीं रह जाये इसको लेकर देवघर डीसी मंजुनाथ भंजत्री ने श्रावणी मेला के दरम्यान विधि व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण और अपराध नियंत्रण के साथ-साथ यातायात सुव्यवस्था सुनिश्चित करने के मकसद से सूचना भवन सभागार में बैठक का आयोजन किया।
मेला क्षेत्र में कुल 21 अस्थाई ओ0पी0 व 11 ट्रैफिक ओ0पी0 का गठन
इस दौरान उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि मेला क्षेत्र में कुल 21 अस्थायी ओ0पी0 व 11 ट्रैफिक ओ0पी0 का गठन कराया जा रहा है, ताकि श्रद्धालओं की सुविधा और सुरक्षा का पूर्ण ख्याल रखा जा सके। साथ हीं इन स्थलों पर वरीय प्रभारी के रूप में आप सभी को दण्डाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है। वहीं सभी के साथ एक पुलिस पदाधिकारी व पुलिस की जवानों की टीम प्रतिनियुक्त की गयी है।
डीसी ने दुम्मा, सोमनाथ भवन, सरासनी, खिजुरियां, हिन्दी विद्यापीठ, शिवगंगा, बाबा मंदिर, क्यू काॅम्प्लैक्स, मानसरोवर, जलसार, बीएड काॅलेज, बरमसिया हेतु सभी नामित वरीय पदाधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा है कि वे अपने आवंटित ओ0पी0 क्षेत्र का भ्रमण कर वहां मेला के लिए किये जाने वाली व्यवस्थाओं यथा पण्डाल, पथ निर्माण, पथ प्रकाश, कांवरियों के लिए पेयजल, शौचालय, वैकल्पिक प्रकाश व्यवस्था स्वास्थ्य केन्द्र, सूचना सह सहायता केन्द्र आदि की अद्यतन स्थिति की जांच करते हुए सभी व्यवस्थाओं को पूर्ण रूप से दुरूस्त कर लेंगे, ताकि मेला के दौरान किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
इसके अलावे बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी नोडल अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारी से सुनिश्चित करते हुए मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के उद्देश्य से कार्य करें, ताकि देवतुल्य श्रद्धालु एक अच्छी अनुभूति प्राप्त कर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करे। साथ ही मेला के दौरान सुरक्षित व कतारबद्ध जर्लापण श्रद्धालुओं को कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। ऐसे में अपने-अपने क्षेत्रों में पूर्ण रूप से एक्टिव रहते हुए कार्य करें।
डीसी ने अधिकारीयों को कहा कि मंदिर प्रांगण में भीड़-भाड़ की स्थिति न बने एवं श्रद्धालु लगातार जर्लापण कर बाबा मंदिर से बाहर निकलते रहे, उसका विशेष रूप से ध्यान रखें। सबसे महत्वपूर्ण निकास द्वार से किसी की भी एंट्री न हो और मंदिर प्रांगण के बाह्य अरघा में भीड़-भाड़ की स्थिति उत्पन्न न हो, इसका विशेष ध्यान रखें। साथ हीं क्यू काॅम्प्लैक्स से निकलते समय श्रद्धालुओं को फूट ओवर ब्रीज पर दौड़ने का अनुमति न देे और इसकी विशेष रूप से निगरानी करने की आश्यकता है। श्रावणी मेला के दौरान आपसी समन्वय व कम्यूनिकेशन गैप न हो, इसका ध्यान रखे।
इसके अलावे उपायुक्त ने मेला के दौरान किसी भी स्थिति में दण्डधिकारियों को अपने कर्तव्यों के निर्वहन के साथ मेला क्षेत्र में शालीनता का परिचय देते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा का सेवा भाव से ख्याल रखे, ताकि श्रद्धालु बाबा नगरी से सुरक्षित व सुलभ जर्लापण कर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करे। आगे बैठक के दौरान उपायुक्त ने मेला क्षेत्र में किये जाने वाले विभिन्न कार्यों के साथ विधि व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया।
आउट ऑफ टर्न और भीआईपी दर्शन पर रहेगी सम्पूर्ण रोक
डीसी ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर आउट ऑफ टर्न और भीआईपी दर्शन की सुविधा पर मेला के दौरान पूर्ण रूप से रोक रहेगी। उपायुक्त ने मेला में प्रतिनियुक्त अधिकारी व पुलिस पदाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि मेला में प्रतिनियुक्त सभी अधिकारी व पुलिस पदाधिकारी, कर्मी अपने परिजनों व लोगों को आउट ऑफ टर्न दर्शन अथवा जलार्पण कराने की कोशिश न करे क्योंकि विधि व्यवस्था एवं सुरक्षा पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।