
Deoghar: जिला प्रशासन द्वारा पड़ोसी राज्य बिहार के वैसे 60 छात्र जो अवैध रूप से छात्रावास में रह रहे थे उन्हें छात्रावास से निकाल दिया गया। जिसके बाद छात्रों में उबाल देखा गया। नाराज छात्रों ने देवघर जिला प्रशासन व झारखण्ड सरकार के खिलाफ मंगलवार को बीच सड़क पर उतर जमकर नारेबाजी की और घंटों सड़क जाम रखा।

छात्रों ने खोरीपानन गांव के पास देवघर-चकाई मुख्य मार्ग को घंटों जाम रखा। छात्रों की मांग थी कि उन्हें छात्रावास में रहने दिया जाये। इस दौरान छात्रो ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना पाकर जसीडीह पुलिस सदलबल मौके पर पहुंची लेकिन काफी समझाने के बाद भी छात्र अपनी मांगों को लेकर अड़े ही रहे। घंटों बाद बिहार के चन्द्रमनडीह और जसीडीह थाना दोनों की पुलिस के संयुक्त पहल पर जाम को हटाया जा सका। वहीं, सड़क जाम रहने से दोनों ओर वाहनों की लम्बी लाइन लग गयी थी।

दरअसल, राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर जिला प्रशासन को आदेश दिया था कि आदिवासी कल्याण छात्रावास में नियमो के अनुसार छात्रो को छात्रावास उपलब्ध कराया जाए। जिसके बाद जिला प्रशासन ने आदिवासी कल्याण छात्रावास (बीएड कॉलेज प्रांगण) में अवैध रूप से रह रहे बिहार के साठ से अधिक छात्रो को हॉस्टल खाली करने के लिए नोटिस जारी किया था। लेकिन, नोटिस को अनदेखा करते हुए छात्र छात्रावास मे डटे रहे। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन की ओर से छात्रावास को खाली करा दिया गया। जिससे आक्रोशित होकर आज छात्रो ने सड़क जाम कर दिया।
