Ranchi: झारखंड में लगातार बढ़ रही ठंड को देखते हुए राज्य सरकार ने अलर्ट जारी किया है। सभी जिलों के उपायुक्तों और सिविल सर्जन को ठंड से बचाव के विशेष उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य के सभी हिस्सों में मंगलवार को ठंड और कनकनी बढ़ी रही। रांची के मैकलुस्कीगंज में न्यूनतम तापमान 0.5 पर पहुंच गया। यहां घास और पुआल पर ओस जमने लगी है। कांके का न्यूनतम तापमान 3.2 और रांची का तापमान 6.7 डिग्री दर्ज किया गया है।
कई जिलों में तापमान सात डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। रांची, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, गढ़वा, लातेहार, पलामू, लोहरदगा, गढ़वा, बोकारो, देवघर आदि जिलों में ज्यादा ठंड है। मौसम विभाग ने इन जिलों में न्यूनतम तापमान चार से पांच डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है।
उधर, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी उपायुक्तों और सिविल सर्जनों को शीतलहर को लेकर सतर्क रहने तथा इससे लोगों के बचाव को लेकर आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी को भी भेजते हुए उसका अनुपालन कराने को कहा है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि पूरे देश में शीतलहर चल रही है। झारखंड में भी इसे लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। इसके दुष्परिणामों से बचाव, रोकथाम के नियंत्रण के उद्देश्य से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र द्वारा जारी एडवाइजरी को लागू करना जरूरी है। साथ ही इससे बचाव को लेकर व्यापक जानकारियां प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों के बीच लाई जाए। इधर, केंद्र द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि देश के 17 राज्य शीतलहर के जोन में आते हैं। इनमें झारखंड भी शामिल है।
कड़ाके की ठंड को देखते हुए रांची जिले के ओरमांझी स्थित चकला के भगवान बिरसा जैविक उद्यान में वन्य प्राणियों की सुरक्षा और ठंड से बचाव के लिए मुकम्मल व्यवस्था की गयी है। हाथी को ठंड से बचाने के लिए बाड़ा के पास अलाव की व्यवस्था की गयी है, जबकि रात में शेड में बैठने के लिए पुआल बिछाया गया है। बाघ, शेर, तेंदुआ, भालू के रात्रि विश्राम शेड में रूम हीटर की व्यवस्था की गयी है। सांप घर में सांपों की सुरक्षा के लिए केबिन में कंबल, गद्दा, रूम हीटर लगाया गया है। घड़ियाल और मगरमच्छ रोजाना नाद से बाहर निकल कर दिन में धूप ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि उद्यान में कुल 86 प्रजाति के 1498 वन्य प्राणी हैं, जिसमें स्तन धारी, सरीसृप व पक्षी भी शामिल हैं।