Deoghar: देवघर जिले से साइबर क्राइम पर पूरी तरह लगाम कसने के उद्देश्य से पुलिस लगातार कार्य कर रही है। यही वजह है कि हर दूसरे दिन दर्जन से ज्यादा साइबर क्रिमिनल्स पुलिस के हत्थे चढ़ रहे। रविवार को भी देवघर पुलिस टीम ने 18 साइबर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी नए-नए तरकीब अपना लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी का शिकार बनाते हैं।
देवघर एसपी धनंजय कुमार सिंह को मिली गुप्त सूचना के आधार पर साइबर डीएसपी और हेडक्वार्टर डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने जिले के मारगोमुण्डा, पथरौल, जसीडीह और मोहनपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों से छापेमारी कर 18 साइबर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक सीएसपी संचालक भी शामिल है।
हेड क्वार्टर डीएसपी व साइबर डीएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि रविवार को एसपी धनंजय कुमार सिंह को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ युवा भोले-भाले लोगों को फर्जी बैंक अधिकारी बनकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। साथ ही उनसे कैशबैक का झांसा देकर भी ठगी की जा रही है। सूचना मिलने के बाद एसपी के निर्देश पर एक छापेमारी टीम का गठन किया गया। जिसके बाद छापेमारी टीम द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार साइबर आरोपी फोन-पे कस्टमर को कैशबैक का रिक्वेस्ट भेज कर अन्य ई-वालेट्स जैसे पेयू मनी, फ्रीचार्ज व कई गेमिंग एप्स जैसे ड्रीम-11, रम्मी व तीनपत्ती के माध्यम से भी साइबर ठगी करते थे।
गिरफ्तार आरोपियों में मधुपुर थाना क्षेत्र के भेड़वा नावाडीह निवासी विकास दास, कुंदन दास, सचिन कुमार दास, नवीबक्स रोड भेड़वा निवासी बबलू दास, पथरड्डा ओपी अंतर्गत बास्की गांव निवासी बिट्टू कुमार दास, पथरौल थाना क्षेत्र के बारा गांव निवासी किसन दास, कन्हाई दास, टिंकू दास, कुसाहा गांव निवासी निरंजन दास, पंकज कुमार दास, पिंटू कुमार दास, टिंकू कुमार दास, अमित कुमार, बड़ा संघरा गांव निवासी बिमल कुमार, जसीडीह थाना क्षेत्र के जसीडीह बाजार निवासी रवि रंजन, मोहनपुर थाना क्षेत्र के मोरने गांव निवासी अरमान अंसारी, अतीक अंसारी व एहसान अंसारी शामिल है।
गिरफ्तार आरोपियों में से दो आरोपियों का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है। मधुपुर थाना क्षेत्र के भेड़वा नावाडीह गांव निवासी आरोपी कुंदन दास के विरुद्ध 11 अप्रैल 2015 को मधुपुर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिस मामले में वह आरोपी रहा है। जबकि गिरफ्तार आरोपी जसीडीह थाना क्षेत्र के जसीडीह बाजार निवासी आरोपी रवि रंजन को गुजरात के जामनगर साइबर सेल में दर्ज एक सनहा के अनुसंधान के आधार पर पकड़ा गया है। आरोपी रवि रंजन ठगी के पैसों को अपने दुकान के माध्यम से 20 प्रतिशत के कमीशन पर रिचार्ज कर वाइट मनी में बदलता था। वह सीएसपी का भी संचालन करता था। जिससे साइबर अपराधियों के पैसों की निर्धारित कमीशन पर निकासी की जाती थी।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 29 मोबाइल फोन, 42 सिमकार्ड, 8 एटीएम कार्ड, 7 बैंक पासबुक, 5 चेकबुक, 1 पॉश मशीन और 1 लैपटॉप भी बरामद किया है।