धनबाद: अंतरराष्ट्रीय स्तर की फुटबॉलर जिसने भारत का प्रतिनिधित्व किया, उस धनबाद की बेटी संगीता सोरेन की आर्थिक बदहाली की खबर अब झारखंड सरकार के साथ-साथ केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजजू तक भी पहुंच गई है। इसके बाद संगीता की तरफ मदद के लिए हाथ बढ़ने लगे हैं।
संगीता सोरेन की आर्थिक हालात को जानने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने तत्काल खेल मंत्रालय के अधिकारियों को मदद करने का निर्देश दिया, जिसके बाद खेल ने मंत्रालय के अधिकारियों ने संगीता से मोबाइल पर संपर्क भी साधा।
वहीं दूसरी तरफ रविवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी धनबाद के डीसी उमाशंकर सिंह को तत्काल संगीता सोरेन को मदद उपलब्ध करने का निर्देश दिया। इसके बाद रविवार को बाघमारा के बीडीओ सुनील कुमार प्रजापति व सीओ केके सिंह ने बाघमारा के रेंगुनी पंचायत के बांसमुड़ी गांव में जाकर संगीता सोरेन से मुलाकात कर वित्तीय सहायता और राशन प्रदान किया।
धनबाद उपायुक्त के निर्देश पर पहुंचे अधिकारियों से संगीता ने सरकारी नौकरी दिलाने की गुहार लगाई। संगीता ने कहा कि उसे अगर सरकारी नौकरी मिल जाए तो घर का खर्चा भी चलेगा और उसका खेल भी जारी रहेगा।
इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट करते हुए कहा- ‘संगीता सोरेन की हालत के बारे में कल संज्ञान लिया गया था। आज सुबह बीडीओ बाघमारा ने उनसे मुलाकात की और उन्हें तत्काल वित्तीय सहायता और राशन प्रदान किया। उनकी खेल यात्रा को सक्षम करने के लिए उन्हें जल्द ही राज्य खिलाड़ी कल्याण कोष के तहत 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।’
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय खेल मंत्री रिजजू ने ट्वीट कर कहा- ‘फुटबॉलर संगीता सोरेन के बारे में सूचित किया गया है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और इस महामारी में वित्तीय संकट में है। मेरे कार्यालय ने उनसे संपर्क किया है और जल्द ही वित्तीय मदद दी जाएगी। एथलीटों के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है।’
बता दें कि बाघमारा के रेगुनी पंचायत की रहने वाली संगीता सोरेन न सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी है बल्कि उसने अपने खेल से देश और राज्य को कई पदक भी दिला चुकी है। लेकिन आज वो अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए ईंट भट्ठों में अपने सिर पर ईंट ढोती है। ताकि उसे दो वक्त की रोटी नशीब हो सके। ऐसा नहीं है कि संगीता ने अपने इस हालत को लेकर अधिकारियों और सरकार को गुहार नहीं लगाया। संगीता ने छह माह पूर्व भी अपने हालात को लेकर झारखंड सरकार से गुहार लगा चुकी है।
बहरहाल देर आए दुरुस्त आए, अब लगता है इंटरनेशनल फुटबॉल खिलाड़ी संगीता सोरेन के दिन बहुरने वाले हैं।