New Delhi: तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा (Trinamool Congress MP Mahua Moitra) पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने (taking money and asking questions in parliament) के लग रहे आरोपों की जांच अब लोक सभा की ऐथिक्स कमेटी (Ethics Committee of Lok Sabha) करेगी। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) द्वारा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ की गई शिकायत को जांच के लिए सदन की ऐथिक्स कमेटी को भेज दिया है।
भाजपा सांसद विनोद सोनकर लोक सभा की ऐथिक्स कमेटी के चेयरपर्सन हैं। भाजपा के अलावा कांग्रेस, शिवसेना, बसपा, सीपीएम, वाईएसआर कांग्रेस और जेडीयू के सांसद भी इस कमेटी के सदस्य हैं।
आपको बता दें कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोक सभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों की गहन जांच के लिए जांच समिति बनाने और महुआ मोइत्रा को तुरंत सदन से निलंबित करने और जांच समिति की रिपोर्ट आने तक उन्हें निलंबित रखने की मांग की थी।
निशिकांत दुबे ने एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई से मिले पत्र का हवाला देते हुए स्पीकर बिरला को लिखा था कि महुआ मोइत्रा ने सदन में सवाल पूछने के लिए एक बिज़नेस टाइकून से कैश और गिफ्ट लिया है।
दुबे ने इसे ‘विशेषाधिकार का उल्लंघन’, ‘सदन की अवमानना’ और आईपीसी की धारा 120-ए के तहत क्रिमिनल ऑफेंस करार देते हुए कहा कि टीएमसी सांसद ने इसके बदले में अदानी समूह से जुड़े प्रश्नों को संसद में पूछा। यहां तक कि बार-बार इसे सरकार से जोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा ताकि कोई उनकी मंशा पर सवाल न उठा सके। (IANS)