अहमदाबाद।
देश की प्रमुख दवा कंपनियों में से एक अहमदाबाद की इंटास फार्मास्युटिकल एक ऐसी दवा विकसित करने पर काम कर रही है जो कोरोना मरीजों के लिए प्लाज्मा थेरेपी की जगह ले सकती है।
कंपनी ने दावा किया है कि इस दवा को लेने के बाद कोविड-19 रोगियों को प्लाज्मा थेरेपी की ज़रूरत नहीं होगी।
इंटास फार्मास्युटिकल के चिकित्सा और नियामक मामलों के प्रमुख डॉ. आलोक चतुर्वेदी ने कहा कि देश में पहली बार है कि इस प्रकार की दवा बनाई जा रही है जो पूरी तरह से स्वदेशी है।
कोविड-19 के उपचार के लिए विशेष रूप से विकसित हाइपरिम्यून ग्लोब्युलिन का मानव परीक्षण के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से मंजूरी मिल गई है और हम इसके लिए गुजरात और देश के अन्य पंजीकृत अस्पतालों के साथ बातचीत कर रहे हैं। अगले एक महीने में नैदानिक परीक्षण शुरू हो जाएगा
परीक्षण सफल रहने पर दवा अगले तीन महीनों में लॉन्च करने के लिए तैयार होगी क्योंकि इसके उत्पादन के लिए आवश्यक अनुमोदन प्राप्त करने में लगभग एक महीने का समय लगेगा।