नई दिल्ली।
कोरोना काल में जहां तमाम सेक्टर में सैलरी घटने की खबरें आ रही है, वहीं सार्वजनिक बैंकों के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है।
सार्वजनिक बैंकों के कर्मचारियों के वेतन में 15 फीसदी की बढ़त करने का निर्णय लिया गया है। उनको प्रदर्शन आधारित इन्सेंटिव यानी PLI भी दिया जाएगा। और यह बढ़ोतरी 1 नवंबर 2017 से ही लागू होगी। नवंबर 2017 से बढ़ोतरी होने का मतलब है कि बैंक कर्मचारियों को एरियर के रूप में भी मोटी रकम मिलेगी।
करीब दो साल से बैंकों के प्रबंधन और कर्मचारी यूनियन के बीच इसे लेकर बातचीत चल रही थी. यूनियन ने अपनी मांगें न माने जाने की स्थिति में हड़ताल करने की चेतावनी दी थी. दोनों पक्ष इस बात पर राजी हुए कि अब सरकारी बैंकों में भी प्रदर्शन आधारित इन्सेंटिव (PLI) की शुरुआत की जाए। यह अलग-अलग बैंकों के प्रॉफिट के आधार पर होगा।
सार्वजनिक बैंकों के वेतन में बढ़ोतरी करीब तीन साल से लंबित थी। बैंक यूनियनों और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन के बीच इस मामले में बुधवार को वार्ता समाप्त हुई और एक समझौता हो गया।
समझौते के मुताबिक बैंक कर्मियों को अब हर साल पांच दिन का प्रिवलेज लीव के बदले इनकैशमेंट यानी नकद रकम मिलेगी। 55 साल के ऊपर के कर्मियों के मामले में यह सात दिन का होगा।
यह भी तय किया गया है कि नेशनल पेंशन फंड में बैंक अपना योगदान बढ़ाकर वेतन और डीए का 14 फीसदी करेंगे जो कि अभी 10 फीसदी है. हालांकि इस मामले में अभी सरकार से मंजूरी लेनी होगी।
अतिरिक्त खर्च
ब्लूमबर्ग के मुताबिक 31 मार्च, 2017 तक के हिसाब से कर्मचारियों के वेतन में 15 फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी. इससे बैंकों को करीब 7,988 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च पड़ेगा।