Ara(Bihar): रोहतास (Rohtas) जिले में बच्चा चोर गिरोह की सक्रियता के बीच सासाराम के गौरक्षणि मुहल्ले से अपहृत किये गए छः वर्षीय बच्चे शुभम की हत्या कर शव नदी में फेंक दिए जाने के बाद से सासाराम के नागरिकों में भय और दहशत का माहौल बना हुआ है। रोहतास पुलिस द्वारा बच्चे की हत्या में शामिल हत्यारों की पहचान नही करना और उनकी अब तक गिरफ्तारी होना पुलिस की विश्वसनियता पर सवाल खड़ा करने लगा है।
सासाराम के नागरिकों का पुलिस के प्रति आक्रोश बढ़ने लगा है और अब सासाराम के लोग सडको पर उतरकर शांतिपूर्वक आंदोलनात्मक कार्यक्रमो को आगे बढ़ाने में जुट गए हैं।सासाराम में शुभम के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए बिहार राज्य पाल महासंघ के बैनर तले सासाराम शहर में कैंडल मार्च निकाल कर हत्यारो को गिरफ्तार करने की मांग की गई है।
कैडल मार्च में शामिल लोगों ने शुभम के परिजनों को न्याय दिलाने के संकल्प के साथ शहर में आक्रोशपूर्ण मार्च किया और पुलिस प्रशासन से शुभम के हत्यारों को गिरफ्तार करने की आवाज उठाई है।गौरक्षणी मुहल्ले में शुभम के आवास के निकट से हाथ में कैंडल लेकर सासाराम के डाक घर चौराहा तक लोगो ने मार्च किया।
कैंडल मार्च के साथ निकले लोगो ने आगे बढ़कर पुरानी जीटी रोड पर धर्मशाला चौक से नगर थाना तक मार्च किया। वापस लौटकर पोस्टऑफिस चौराहा पर श्रद्धांजलि सभा कर शुभम को श्रद्धांजलि दी गई। कैंडल मार्च में शामिल लोगों ने शुभम के हत्यारों की गिरफ्तारी में पुलिस पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। मार्च में शामिल लोगों ने कहा कि गिरफ्तारी में विलंब होने पर प्रदर्शन एवं आंदोलन को और तेज किया जायेगा।
बता दें कि गौरक्षणी मुहल्ला से अपहृत किये गए शिवपाल प्रसाद के मासूम पुत्र शुभम का शव ग्यारह दिन बाद बीते 28 दिसंबर को कुराईच लालगंज नहर में मिला था। हत्या के इतने दिन बाद भी पुलिस द्वारा हत्यारों की गिरफ्तारी नही करने से सासाराम के लोगों में पुलिस प्रशासन के विरुद्ध लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सासाराम के कुछ अन्य संगठन से जुड़े लोगो ने भी बुधवार को भी गौरक्षणि मुहल्ले में बैठक कर शुभम के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।