Biharsharif: जिले के एकंगर-सराय में मंगलवार को अलग-अलग जगहों पर हुई सड़क दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई।
पहली घटना गड़ेरिया बीघा गांव और दूसरी शिवद विगहा में हुई। गड़ेरिया में हुई मौत के बाद लोगों ने मुआवजे के लिए सड़क जाम कर दी। बताया जाता है कि गड़ेरिया बीघा गांव निवासी धर्मराज प्रसाद उर्फ लंबू मंगलवार की अहले सुबह सड़क किनारे खड़े थे। अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी।
आनन-फानन में ग्रामीणों ने उन्हें एकंगर-सराय अस्पताल लाया। जांच कर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर शव को घटनास्थल पर लाकर रोड जाम कर दिया। जाम की सूचना पाकर एकंगर-सराय पुलिस अवर निरीक्षक अमित कुमार व पारस प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस पहुंची। ग्रामीण तत्काल मुआवजे की मांग पर अड़े थे।
एकंगर-सराय उतरी जिला परिषद प्रतिनिधि संतोष यादव भी मौके पर पहुंचे। लोगों को समझाया कि मुआवजे की प्रक्रिया बदल गई है।पहले अंचल पदाधिकारी द्वारा तत्काल मुआवजा दे दिया जाता था, लेकिन अब राज्य सरकार के नियमानुसार आवश्यक कागजात जिला परिवहन कार्यालय में जमा होंगे। उसके बाद प्रक्रिया पूरी करने के उपरांत मुआवजे की राशि मृत व्यक्ति के आश्रित के खाते में आ जाएगी। उक्त बात समझाने के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम को हटाया।इसके बाद धर्मराज के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बिहारशरीफ भेजा गया। धर्मराज की पत्नी किरण देवी ने एकंगर सराय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
बाइक सवार युवक की मौत
इसी तरह दूसरी घटना एकंगर सराय-हिलसा मुख्य मार्ग पर शिवदत विगहा गांव के निकट बोलेरो की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। मोटरसाइकिल चालक समेत एक अन्य साइकिल चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। एकंगर सराय थाने के चक लोदीपुर गांव के अनिल प्रसाद के पुत्र रोशन राज के साथ उसी गांव के बलिदर प्रसाद के 19 वर्षीय पुत्र विक्की कुमार एकंगर-सराय से जा रहे थे।
इसी बीच वे लोग जैसे ही शिवदत्त बिगहा के निकट पहुंचे कि विपरीत दिशा से आ रही बोलेरो अनियंत्रित होकर बाइक में टक्कर मार दी। विक्की कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। चालक रोशन राज व साइकिल से जा रहे शिवदत्त विवाह निवासी दरोगी प्रसाद के पुत्र योगेंद्र प्रसाद जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो व बाइक जब्त कर ली। विक्की के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बिहारशरीफ भिजवाया गया। एकंगरसराय अस्पताल परिसर में उनके स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।