पटना: बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराए जाने में लगने वाले ईवीएम लाने के लिए अगले सप्ताह जिलों से टीम दूसरे राज्यों में जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी 38 जिलों को निर्धारित राज्यों से आवंटित किए गए ईवीएम को 15 जुलाई तक लाने का निर्देश दिया है।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेंद्र राम ने बताया कि ईवीएम (EVM) को दूसरे राज्यों से लाए जाने को लेकर जिलों द्वारा की गयी कार्रवाई की समीक्षा की गयी। बैठक में जिला पदाधिकारियों ने बताया कि ईवीएम लाने के लिए टीम गठित कर ली गयी है और ईवीएम को रखने के लिए चिन्हित स्थल को तय किया जा चुका है।
पंचायत चुनाव-2021 (Panchayat elections 2021) को लेकर चल रही तैयारी में जिला स्तरीय अधिकारियों को जवाबदेह बनाते हुए अलग-अलग जिम्मेदारी दी जा रही है। ईवीएम की व्यवस्था और उसके मेंटेनेंस को लेकर जिम्मेदारी दी जा रही है। साथ ही अलग-अलग कोषांगों का गठन होने लगा है। कोविड-19 मानक का पालन कराने को लेकर भी विशेष तैयारी की जा रही है। इसके अलावा सामान की आपूर्ति को लेकर भी तैयारी की जा रही है।
जिलों में कोषांगों का गठन कर कर्मचारियों की तैनाती की योजना पर काम किया जा रहा है। इसके बाद प्रशिक्षण का भी काम कराया जाएगा। कर्मियों की तैनाती और प्रशिक्षण सहित कई बिंदुओं पर तैयारी को लेकर बैठक की जा रही है।
डेटाबेस के लिए दिया जाएगा प्रशिक्षण
पंचायत चुनाव का डेटाबेस तैयार करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण को लेकर जिलों में प्लान तैयार करने का निर्देश है। जिलों में पंचायत चुनाव को लेकर डेटाबेस तैयार करने तथा प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था संबंधी तैयारी की पूरी रणनीति तैयार की जा रही है। पंचायत चुनाव कोषांग के गठन के साथ ही उसमें वरीय पदाधिकारी /नोडल पदाधिकारी एवं सहायक पदाधिकारी तथा कर्मी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। साथ ही प्रत्येक कोषांग के कार्य व दायित्व का निर्धारण किया जाएगा। पटना से लेकर प्रदेश के सभी 38 जिलों में इससे संबंधित तैयारी शुरू कर दी गई है।
पटना में 309 पंचायतों में होगा चुनाव
पटना में 309 पंचायतों में कुल 4147 वार्ड हैं। पटना की कुल पंचायतों में 4454 मतदान केंद्र हैं। इन मतदान केंद्रों में 4147 मूल तथा 307 सहायक मतदान केंद्र हैं।
कोरोना काल में चुनाव बड़ी चुनौती
कोरोना काल में पंचायत चुनाव बड़ी चुनौती है। इसमें गांवों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराना आसान नहीं होगा। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव और बंगाल विधानसभा चुनाव के साथ कुंभ कोरोना की दूसरी लहर का जिम्मेदार बताया जा रहा है। ऐसे में बिहार में पंचायत चुनाव की तैयारी चल रही है और कोरोना की तीसरी लहर को लेकर खतरा मंडरा रहा है। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि पंचायत चुनाव को लेकर हर तरह से सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसमें कोरोना के प्रोटोकाल पहली प्राथमिकता होगी।