पूर्णिया: बिहार में बेकाबू हो रहे कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिये नितीश सरकार ने 15 मई तक लॉकडाउन लगाया है। कोरोना की वजह से लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। बेहद जरूरी काम के लिए लोगों को छूट भी दी गई है। जरूरी काम के लिए सरकार ने ई-पास की सुविधा भी दी गयी है। इसके लिए उन्हें ई-पास लेना होगा। लेकिन ई-पास लेने के लिए लोग अलग-अलग तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। अटपटे से डिमांड कर रहे हैं।
पिंपल्स का इलाज के लिए चाहिए ई-पास
ई-पास के लिए लोग कैसे-कैसे हथकंडे अपना रहे हैं, इसका उदाहरण पूर्णिया से सामने आया है। जब यहां के डीएम राहुल कुमार ने ट्वीट किया। डीएम राहुल कुमार ने ट्वीट कर लिखा कि ‘लॉकडाउन के दौरान ई-पास जारी करने के लिए हमारे पास आने वाले अधिकतम आवेदन सही होते हैं लेकिन फिर हमें कुछ इस तरह के आवेदन मिलते हैं। भाई, आपके पिंपल्स का इलाज अभी प्रतीक्षा कर सकता है।’ दरअसल, डीएम ने अपने ट्वीट के साथ एक आवेदन जारी किया है जिसमें बीमारी के तौर पर चेहरे और माथे पर पिंपल बताए गए हैं।
आवेदन पर तंज कसते हुए राहुल कुमार ने कहा कि आपके पिंपल का इलाज प्रतीक्षा कर सकता है।
बता दें, कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी नियमों का पालन करें। संभव हो तो शादी-विवाह जैसे शुभ कार्यों को कुछ समय के लिए स्थगित कर दें।
सब्जी वाहनों से भी इ पास माँगा जा रहा है ……tp रहने के बाद अब ये इ पास कहा से लाये