पटना।
पटना में हर दिन लापरवाही के कारण कोरोना का विस्फोट हो रहा है। एक दिन में न सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ संक्रमितों की संख्या सामने आ रही है बल्कि कंटेनमेंट जोन भी तेजी से बढ़ रहे हैं। हालात किस कद बिगड़ रहे हैं इसका अंदाजा पटना में तेजी से बढ़ रहे माइक्रो कंटेनमेंट जोन से लगाया जा सकता है।
बुधवार को 24 घंटे में कंटेनमेंट जोन की संख्या 122 से 188 पहुंच गई। पिछले 24 घंटे में 522 लोग पॉजिटिव मिले। पटना में 2562 एक्टिव केस हैं। अब तक 56614 पॉजिटिव केस मिले हैं, जिसमें 469 लोगों की मौत हो चुकी है।
पटना के इन इलाकों में हैं तो हो जाएं सावधान
पटना में सबसे अधिक मामला सदर में है। यहां कंकड़बाग, राजीव नगर, शास्त्री नगर, राजा बाजार, शेखपुरा और राजेंद्र नगर के साथ फुलवारी काफी संवेदनशील होता जा रहा है। इन इलाकों में संक्रमितों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। हर दिन मरीजों की संख्या इन क्षेत्राें में तेजी से बढ़ रही है। कांटेक्ट ट्रेसिंग में जुटी टीम की मानें तो इन इलाकों में सब्जी मंडी और सार्वजनिक स्थलों में बढ़ते संक्रमण के बाद भी गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। इस कारण से संक्रमण की रफ्तार में कमी नहीं आ रही है। राजीव नगर और कंकड़बाग में तो सार्वजनिक स्थलों से ही कोरोना का खतरा बढ़ा है। यहां जो भी मामले अब तक बड़े आए हैं उसके लोगों की कोई ट्रवेल हिस्ट्री नहीं पाई गई है। ऐसे में यही अनुमान लगाया जा रहा है कि सब्जी मंडी और सार्वजनिक स्थानों पर हो रही भीड़ के कारण संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है।
पटना सदर में 107 कंटेनमेंट जोन
पटना सदर में सबसे अधिक संक्रमित हैं। यहां रातो रात कंटेनमेंट की संख्या 107 पहुंच गई है। इसके बाद बाढ़ में संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आए है। यहां कंटेनमेंट जोन की संख्या 38 पहुंच गई है। मसौढ़ी में भरी कंटेनमेंट जोन की संख्या 15 हो गई है। पालीगंज में 9 और पटना सिटी 8 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। दानापुर में भी तेजी से मामले बढ़ रहे हैं। यहां 24 घंटे में ही कंटेनमेंट जोन की संख्या दो गुणा बढ़ गई है। बुधवार को कंटेनमेंट जोन की संख्या 11 पहुंच गई है।