Washington: यूक्रेन-रूस सीमा विवाद और हमले की आशंकाओं के बीच रूस पर प्रतिबंधों की तैयारी तेज हो गई है। यूक्रेन पर रूस के हमले की स्थिति में अमेरिका में रूस पर प्रतिबंधों का विधेयक तैयार करने में सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों के साथ विपक्षी रिपब्लिकन सांसद भी जुट गए हैं। संभावना है यह विधेयक इसी सप्ताह तैयार कर लिया जाएगा। ब्रिटेन ने भी ऐसा ही कदम उठाने की बात कही है। इसके साथ ही रूस की ओर से भी ऐसी ही जवाबी कार्रवाइयों की आशंका गहरा गई है।
इसी बीच संयुक्ता राष्ट्रा सुरक्षा परिषद में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूसी राष्ट्रकपति पुतिन को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि रूस बातचीत के माध्यम से हमारी सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है तो अमेरिका और हमारे सहयोगी देश इसी दिशा में आगे बढ़ेंगे लेकिन इसके बजाय यदि रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो उसको गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा।
वहीं अमेरिकी सीनेट में विदेशी मामलों की समिति के प्रमुख डेमोक्रेट सांसद बाब मेननडेज ने कहा है कि युद्ध होने पर रूस के खिलाफ और यूक्रेन के समर्थन में अमेरिकी संसद की सबसे मजबूत कार्रवाई होगी। इसके साथ ब्रिटेन ने भी रूस पर प्रतिबंध के लिए तैयारी शुरू कर दी है। मेननडेज ने कहा है कि रूस के प्रमुख नेताओं, अधिकारियों और कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। संसद में पेश होने के लिए इस आशय का मसौदा तैयार हो रहा है।
ब्रिटेन के वित्त विभाग के मुख्य सचिव साइमन क्लार्क ने कहा है कि रूस अगर यूक्रेन पर हमला करता है तो हम रूसी सत्ता के नजदीकी लोगों और कंपनियों पर प्रतिबंध लगाएंगे।
जवाब में रूसी राष्ट्रपति के क्रेमलिन कार्यालय के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि इस तरह के प्रतिबंधों से ब्रिटेन पर ही ज्यादा असर पड़ेगा, क्योंकि वहां की तमाम बड़ी कंपनियों में रूस के लोगों का भारी निवेश है।
इसके साथ ही रूस भी ब्रिटेन के खिलाफ प्रतिबंधों की जवाबी कार्रवाई करेगा।
रूस और यूक्रेन सीमा पर बढ़ रहे तनाव के मद्देनजर कनाडा ने यूक्रेन में मौजूद अपने सैनिकों को डेनिपर नदी के किनारे सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है। ये कनाडाई सैनिक यूक्रेन की सेना को प्रशिक्षित करने के लिए गए हैं। इस बीच कनाडा ने कीव स्थित अपने दूतावास को अतिरिक्त कर्मियों और परिवार के लोगों को वापस भेजने का निर्देश दिया है।