मुर्शिदाबाद: पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद की अध्यक्ष महुआ दास के विवादास्पद बयान पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी एवं भाजपा के अमित मालवीय ने कड़ा विरोध जताया है।
शुक्रवार को इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट किया कि, ‘मुस्लिम छात्रा प्रथम आई, ऐसा कहकर जिन्होंने घोषणा की है वह आश्चर्यजनक है। मुस्लिम लड़की होने से ऐसा क्या हुआ!! टॉपर बुद्धि एवं कड़ी मेहनत करके ही उच्च स्थान प्राप्त किया जाता है। एक छात्रा लड़कों से आगे निकल गयी है, यह बड़ी बात है। वे छात्रा के धर्म को न देख यदि केवल नाम लेकर घोषणा करतीं तो अच्छा होता।
इसी बीच भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस मामले को लेकर विरोध जताते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा है कि मेधावी छात्रा का धर्म क्यों बड़ा होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर एक बार फिर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नई राजनीति तब सामने आई है, जब उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद की अध्यक्ष ने मेधातालिका में सबसे अधिक नंबर प्राप्त करने वाली छात्रा का नाम न लेकर उसका धर्म का परिचय दिया है। मालवीय ने सवाल किया है कि मेधावी छात्रा का धर्म क्यों बड़ा होगा? ये सब छात्र- छात्राएं कब तक सहेंगे।
दरअसल, गुरुवार को उच्च माध्यमिक परीक्षा का परिणाम की घोषणा करते हुए महुआ दास ने कहा था कि एक मुस्लिम लड़की ने 500 में से 499 नंबर हासिल किए हैं। मुस्लिम युवती मुर्शिदाबाद जिले की है लेकिन वे उसका नाम नहीं लेंगी। महुआ दास के मुस्लिम लड़की के रूप में टॉपर छात्रा का परिचय देने पर राज्य में बवाल मचा हुआ है। इस मामले में आपत्ति जताते हुए बेंगॉल इमाम्स एसोसिएशन ने उन्हें की हटाने की भी मांग की है।