कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में फर्जीवाड़े के बड़े-बड़े खुलासे लगातार हो रहे हैं। अब Governor जगदीप धनखड़ के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर नौकरी दिलाने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक करोड़ से अधिक नकद रुपये, स्टाम्प और कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
बताया गया कि कुछ लोग बेरोजगार युवक-युवतियों को राष्ट्रीय राजमार्ग की सुरक्षा देखभाल में सरकारी नौकरी लगाने का आश्वासन देते थे और उनसे तीन से चार लाख रुपये वसूलते थे। राज्यभर में इस तरह से तीन हजार से अधिक युवक-युवतियों को ठगा गया है। पुलिस ने बताया है कि इन लोगों ने रोड सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन के नाम से एक संस्था बनाई गई थी, जिसमें राज्यपाल के हस्ताक्षर वाले फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे और उसी को दिखाकर नौकरी के नाम पर ठगी करते थे। पुलिस ने उनके पास एक करोड़ 10 लाख 500 रुपये, सात मोबाइल फोन, एक गाड़ी और तीन पेन ड्राइव बरामद किए गए हैं। इसके अलावा कई स्टांप पेपर और फर्जी दस्तावेज भी मिले हैं।
बर्दवान के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कल्याण सिंह राय ने बताया कि गिरफ्तार मिहिर कुमार दास, अली हुसैन, हसीबुर रहमान, इब्राहिम शेख, अबुल असद, रजा उल इस्लाम, मशरुफ आलम और मलय कर्मकार को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया है। यह सभी बर्दवान, हुगली और बीरभूम के रहने वाले हैं। मास्टरमाइंड का नाम देव कुमार चटर्जी हैं, जो फिलहाल फरार है। वह कोलकाता के विराटी क्षेत्र के नीमता थाना इलाके का रहने वाला है। उसकी तलाश तेज कर दी गई है।