Mathura: फाल्गुन शुक्ल की नवमी यानी 11 मार्च को बरसाना में होने वाली लट्ठमार होली की तैयारियों में हुरियारिनें (श्रीराधा रानी की सखियां गोपियां) अपने अपने लट्ठ को जमकर तेल पिला रही है तथा स्वयं भी दूध, मावा, किशमिश और बादाम खाकर अपनी सेहत पिछले एक महीने से बनाने में लगी है। बरसाना की लट्ठमार होली में क्या पहन कर संजधज कर कैसे रंगीली गली में हुरियारिनों के बीच जाने इसकी तैयारियों में जुटी है।
ब्रज में होली की परंपरा कृष्ण कालीन युग से ही चली आ रही है। इस परंपरा का बृजवासी लगातार निर्वहन करते आ रहे हैं। इस बार 11 मार्च 2022 को होने वाली बरसाने की लट्ठमार होली की तैयारियां चरम सीमा पर हैं। बरसाने की होली हुरियारिनें अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं। एक महीने पहले से ही दूध, मावा, किशमिश और बादाम खाकर हुरियारिनें अपनी सेहत बना रही हैं। साथ ही कहीं लट्ठ कमजोर ना पड़ जाए इसके लिए तेल मालिश भी कर रही हैं। बरसाने की महिलाएं बाजार से नए नए कपड़े, सोलह श्रृंगार का सामान और गोटे जड़े लहंगे की भी खरीदारी कर रही हैं। महिलाएं नंदगांव के हुरियारों पर लाठी भांजने के लिए पूरी तरह से सज्ज हैं।
लट्ठमार होली खेलते है तो मन में नई उमंग और उत्साह मिलता है देखने को : हुरियारिनें
11 मार्च को राधा की गोपियां भगवान श्री कृष्ण के ग्वालों पर लाठियां का प्रहार करने के लिए उतावली दिख रही हैं। होली की तैयारियों में जुटी बरसाने की हुरियारिन जलधारा शर्मा और प्रियंका ने बताया लट्ठमार होली की तैयारियों को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। लट्ठों पर तेल की मालिश की जा रही है। वहीं नए वस्त्र भी खरीद लिए गए हैं। लहंगे ओढ़नी का विशेष महत्व बरसाने की लट्ठमार होली में होता है। नंदगांव से आने वाले होली के हुरियारों पर लाठियां भांजी जाएंगी। हम लोग तैयार हैं।
प्रियंका ने बताया कि 3 साल से होली खेल रही हूं बहुत अच्छा लगता है यहां होली खेलकर। घर में होली के दिन नए नए पकवान बनाए जाते हैं। महिलाओं ने बताया कि जब हम होली खेलते हैं तो मन में एक नई उमंग और एक उत्साह देखने को मिलता है। आरती गोस्वामी का कहना है कि राधारानी की कृपा से हमें पाचवीं बार होली खेलने का सौभाग्य मिल रहा है। अमृतसर की रहने वाली शीला श्रोत्रिय ने बताया वो 22 साल से लठामार होली खेल रही हैं। इसके लिए एक माह पहले ही बादाम और दूध के साथ पौष्टिक आहार लेना शुरू कर दिया है। मथुरा की रहने वाली दीपिका गोस्वामी ने की हाल ही में बरसाना में शादी हुई है। इस बार उनकी पहली होली है। राजस्थान के डींग की रहने वाली वान्दता श्रोत्रिय पिछले 13 साल लठामार होली खेल रही हैं। कहती हैं, अब लोग सिर्फ परंपरा निभाने के लिए लठामार होली खेल रही हैं।
दुल्हन की तरह सजाया जा रहा लाडली का मंदिर, 24 सीसी टीवी कैमरे मंदिर प्रांगण में हुए अपडेट
बरसाना स्थित राधा रानी यानी लाडली जी मंदिर में भी होली की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। लाडली जी मंदिर के सेवायत गोस्वामी संजय गोस्वामी ने बताया कि मंदिर प्रांगण में तकरीबन 24 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। सभी सीसीटीवी को अपडेट कराया जा रहा है। मंदिर में डेंट पेंट का काम जोरों पर है। होली के पावन पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं को कोई आने जाने में दिक्कत ना हो। इसके लिए वन वे रूट प्लान तैयार किया गया है। एक रास्ते से श्रद्धालुओं की मंदिर में एंट्री होगी और दूसरे रास्ते से श्रद्धालु दर्शन करने के बाद बाहर की तरफ जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी।