कानपुर: जिले के थाना बेकनगंज इलाके में स्थित एक मकान की छत ढह गई। हादसे में दम्पति व दो बच्चों समेत चार लोग दब गए। सूचना पर बिना समय गवांए पहुंची पुलिस व दमकल की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और मलबे में दबे लोगों को निकालते हुए अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में महिला व दोनों बच्चों समेत तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि गृहस्वामी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
बेकनगंज के रिजवी रोड हीरामन का पुरवा में 40 वर्षीय शमी उर्फ राजू, पत्नी रुखसाना (35) और बेटी शिफा (07) व बेटे नोमान (04) के साथ रहते हैं। उनका घनी आबादी में स्थित तीन मंजिला मकान का काफी जर्जर हालत में था। गुरुवार की सुबह अचानक जब पूरा परिवार सो रहा था,तभी उनकी छत ढह गई। तेज आवाज के साथ गिरे मकान की छत के मलबे में पूरा परिवार दब गया। घटना को लेकर चीख-पुकार सुन मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
छह मिनट में पहुंची पुलिस व दमकल ने शुरू किया राहत कार्य
सूचना के मिलते ही छह मिनट के अंदर बेकनगंज पुलिस और एसीपी अनवरगंज मो0 अकमल पहुंच गए और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास शुरू कर दिया। इस दौरान अग्निशमन विभाग की टीम ने मलबे में दबे हुए दम्पति और उनके दोनों बच्चों को बाहर निकालकर उर्सला हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान महिला रुखसाना, बेटी शिफा व बेटे नोमान को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि राजू की हालत गंभीर बनी है।
रेस्क्यू में जुटा एक दमकल कर्मी हुआ घायल
राहत एवं बचाव कार्य के दौरान सकरी गली में गिरे मकान की छत के मलबे में दबे लोगों को निकालने में अग्निशमन कर्मी दीपेंद्र भी घायल हो गये। घायल हालत में उन्हें उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।
डीसीपी ने कहा
इस सम्बंध में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) पूर्वी अनूप सिंह ने बताया कि बेकनगंज इलाके में एक मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के चार लोग दब गए थे। सभी को रेस्क्यू कर बाहर निकालते हुए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां महिला व दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं गृहस्वामी की हालत डाक्टर स्थिर बता रहे हैं। डीसीपी ने बताया कि मलबा हटा दिया गया है। अब वहां किसी के दबे होने की आशंका नहीं है।
मुख्यमंत्री ने घटना का लिया संज्ञान
रिजवी रोड पर मकान गिरने की घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्बंधित अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य चलाने और पीड़ितों की उचित सहायता के निर्देश दिए हैं।