
गाजियाबाद: लोनी थाना क्षेत्र स्थित टोली मोहल्ले में बीते सोमवार की रात्रि तीन बजे कपड़ा व्यापारी रईसुद्दीन व उनके दो बेटों के सामूहिक हत्याकांड का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया है। इस सामूहिक हत्याकांड को कपड़ा व्यापारी के सगे भतीजे अयूब ने सिर्फ इसलिए अंजाम दिया था कि उसके ताऊ ने उसे 10 लाख रुपये उधार देने से मना कर दिया था। हत्यारोपित को उसके घर के पास से पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

पुलिस उपमहानिरीक्षक अमित कुमार पाठक ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि अयूब काफी समय से कबाड़ का काम करने के लिए ताऊ से 10 लाख रुपये मांग रहा था। उन्होंने उसे पैसे देने से साफ इनकार कर दिया। घटना वाली रात एक बार फिर उसने अपने ताऊ से पैसे मांगे, लेकिन जब उन्होंने इनकार कर दिया तो अयूब ने पिस्टल निकालकर ताऊ को गोली मार दी।
गोली की आवाज सुनकर राईसुद्दीन के दोनों बेटे अजहरुद्दीन, इमरान और उनकी पत्नी फातिमा पहुंची तो उन्हें भी गोली मार दी। दोनों बेटों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि फातिमा की सांसे चल रही थी। घटना के समय अजहरुद्दीन की पत्नी अफसाना ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने रिवाल्वर से अफसाना पर गोली चलाई। लेकिन गोली चेंबर में फंस गई और अफसाना बच गई।
इसके बाद हत्यारा छत के रास्ते से फरार हो गया। इधर घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद हत्यारे की तलाश शुरु कर दी।
ने बताया कि पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार करने के बाद उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल व खून से सनी कमीज भी बरामद कर ली है। आरोपित के पिता की मौत हो चुकी है। ताऊ और दोनों चचेरे भाईयों की हत्या के मामले में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है।