चेन्नई: भूत-प्रेत के चक्कर में एक विधवा ने अपनी दो बहनों के साथ मिलकर मंगलवार तड़के अपने सात वर्षीय इकलौते पुत्र को मार डाला। पुलिस ने तीनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया है।
वेल्लोर में केवी कुप्पम के पास रहने वाली विधवा तिलकावती (30) के इकलौते सात वर्षीय लड़के सबरी को बार-बार मिर्गी के दौरे पड़ते थे। उसके साथ उसकी दो अविवाहित बहनें बकियालक्ष्मी (29) और कविता (28) भी रह रही थीं। तिलकावती और उसकी दोनों बहनों को शक था कि सबरी के ऊपर किसी ‘बुरी आत्मा’ का असर है। इस पर सोमवार को तीनों बहनें सबरी को किसी बाबा से इलाज करवाने के लिए वन्थवासी ले गईं। लौटते समय ऑटो-रिक्शा चालक ने उन्हें कन्नमंगलम टाउन बस स्टॉप के पास उतार दिया। इन लोगों ने पंचायत संघ के परिसर के पास रात बिताई।
पुलिस के अनुसार, मंगलवार तड़के लगभग 03 बजे लड़के को मिर्गी का दौरा पड़ा जिस पर तीनों बहनों ने ‘बुरी आत्मा’ से बचने के लिए लड़के को पीटा। मां तिलकवती ने लड़के की जीभ खींची जबकि उसकी दोनों बहनों ने उसके सीने और पेट पर जोर लगाया और उसके बेहोश होने पर भी उसे थप्पड़ मारे। इसी बीच चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने लड़के को वेल्लोर के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पहुंचाया लेकिन डॉक्टर ने लड़के को मृत घोषित कर दिया।
तमिलनाडु पुलिस ने मंगलवार को बताया कि सात साल के एक लड़के को उसकी मां और दो मौसियों ने कथित तौर पर इसलिए मार डाला क्योंकि उन्हें लगा था कि उस पर कोई ‘बुरी आत्मा’ है। पुलिस ने तीनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।