धनबाद (झारखंड)
झारखंड के विभिन्न जिलों की जेलों में बंद कुख्यात अपराधी जेल के अंदर से ही अपराध की योजना बना रहे हैं। जेल में बैठे-बैठे ही मोबाइल फोन से फिरौती मांग कर रहे हैं। बाहर में मौजूद अपने गुर्गों के जरीये संगीन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। इससे पुलिस-प्रशासन परेशान है। जिसपर नकेल कसने के लिए बुधवार को धनबाद, गिरिडीह सेंट्रल जेल और कोडरमा जेल समेत झारखंड की कई जेलों में एक साथ छापेमारी हुई।
धनबाद जेल में चार दिन के अंदर बुधवार को दूसरी बार पुलिस-प्रशासन ने छापा मारा। धनबाद जेल में बुधवार की दोपहर डीसी उमाशंकर सिंह और एसएसपी असीम विक्रांत मिंज के नेतृत्व में छापामारी की गई। डीसी और एसपी पूरे दलबल के साथ अचानक मंडल कारा धनबाद पहुंचे। टीम अंदर प्रवेश करते ही वार्डो के निरीक्षण में जुट गई। करीब दो घंटे तक चले छापेमारी में पुलिस-प्रशासन के अधिकारी बाहर निकले तो उनके हाथ खाली थे। मोबाइल के बदले सिर्फ मोबाइल नंबर मिले थे। छापामारी में जेल के अंदर बंदियों के पास से छह हजार रुपये और आधा दर्जन मोबाइल नंबर मिले।
बीते सोमवार को भी अधिकारियों की टीम ने मंडल कारा धनबाद में छापामारी की थी। इस दौरान एक मोबाइल फोन एवं अन्य नशीला पदार्थ बरामद किया गया था। ठीक दो दिनों के अंदर दूसरी बार छापामारी से जेल में हड़कंप मचा हुआ है।