धनबाद/झारखंड।
धनबाद के झरिया थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक युवती ने अपने रिश्तेदार युवक से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
युवती को उसके एक रिश्तेदार द्वारा लगातार फोन पर गलत मैसेज कर परेशान किया जा रहा था। जिससे तंग आकर युवती ने अपनी इहलीला समाप्त कर ली. युवती ने आत्महत्या से पूर्व एक मार्मिक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इंसाफ की गुहार लगाया है। सुसाइट नोट में बीकॉम की छात्रा ने लिखा है कि मेरी मौत का कारण सुमित है। उसी के मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर मैं यह कदम उठा रही हूं। इसके बाद उसने रसोई घर में दुपट्टे के सहारे फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
सुसाइड नोट से आत्महत्या का खुलासा
छात्रा ने आत्महत्या से पहले परिवार के नाम एक सुसाइड नोट लिखी है। छात्रा ने लिखा है कि मेरी दीदी के फुआ सास का बेटा सुमित है। दीदी की शादी के समय वह मेरी फोटो खींचा था। मुझे रोज परेशान किया करता था। हमदोनों की बात व फोटो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर देने की धमकी देता था। बदनाम होने के डर से मुझे यह कदम उठाना पड़ा। छात्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इंसाफ की गुहार लगाया है।
पुलिस कर रही छानबीन
सूचना मिलने के बाद झरिया पुलिस घटनास्थल पहुंची। परिजनों से मामले की जानकारी ली। झरिया पुलिस घटनास्थल से छात्रा का मोबाइल व सोसाइड नोट जब्त कर छानबीन कर रही है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतज़ार कर रही है। पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया कि पीड़ित परिवार की ओर से आवेदन दी गई है, जिसपर विधि संवत कार्यवाही की जाएगी।
रसोई घर में दुपट्टा के सहारे लटक दे दी जान
परिजनों ने बताया कि काफी देर तक युवती रसोई में बंद थी। जब रसोई घर का दरवाजा खोलना चाहा तो नहीं खुला। इसके बाद दरवाजा को तोड़ कर अंदर घुसा। अंदर के दृश्य देखकर लोगों के होश उड़ गये। देखा कि दुपट्टा के सहारे वो लटकी हुई है। इसके बाद परिवारवालों ने उसे झरिया के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जहां से चिकित्सकों ने उसे धनबाद रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उसे जलान अस्पताल ले गये जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
छात्रा ने 100 नंबर में किया था फोन, हो रही जांच
परिजनों ने बताया कि पुत्री हमेशा कहती थी कि सुमित मुझे हमेशा फोन कर परेशान किया करता है। इसकी शिकायत पुलिस से करने करने के लिए उसने 100 नंबर डायल किया था। बावजूद पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस अगर मामले को गंभीरता से लेती तो आज मेरी पुत्री जीवित रहती। पुलिस की लापरवाही से मेरी पुत्री इस दुनिया में अब नहीं है। वहीं, झरिया पुलिस ने कहा कि 100 नंबर डायल करने की बात की जांच चल रही है। फिलहाल अभी तक इसकी पुष्टि नही हुई है। जाँच की जा रही है.