बिहार:
बिहार में पहली बार देश के विद्युत मंत्रियों का सम्मेलन होगा. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रियों का दो दिवसीय सम्मेलन 10 और 11 नवंबर 2017 को बिहार के राजगीर में आयोजित किया जायेगा.
सम्मेलन का उद्धाटन केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजकुमार सिंह द्वारा किया जायेगा.
दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा करना और संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श करना है.
दरअसल केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय की ओर से हर साल ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित किया जाता है. यह आयोजन साल में दो बार होता है. इस वर्ष पहली बार बिहार में सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है.
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मंत्री एवं सचिव और दोनों क्षेत्रों के साथ-साथ उनके अंतर्गत आऩे वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
जैसे:
►प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना के तहत दिसंबर 2018 तक 100 प्रतिशत आवासीय विद्युतीकरण सुनिश्चित करना.
►शहरी क्षेत्रों में आईपीडीएस कार्यों में तेजी लाना और एटीएंडसी हानि को घटाकर 10 प्रतिशत के स्तर पर लाना.
►डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना.
►सभी को चौबीस घंटे बिजली मुहैया कराने की रणनीति बनाना.
►राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा आरपीओ लक्ष्यों और आरईसी से जुड़ी प्रणाली का पालन करना.
►शुल्क नीति में वर्णित निर्धारित सीमा के अंदर क्रॉस सब्सिडी शुल्क को कैसे अधिदेशित करें.
►मोबाइल एप लॉन्च करना.
►जल विद्युत परियोजनाओं का निर्धारित अधिकतम क्षमता के साथ संचालन.
►जल विद्युत परियोजनाओं की आधारभूत संरचनाओं के वित्त पोषण पर चर्चा.
►राज्यों द्वारा ऊर्जा संरक्षण भवन निर्माण संहिता (ईसीबीसी) का पालन करने की दिशा में प्रगति की समीक्षा करना.
►ऊर्जा दक्ष उपकरणों के इस्तेमाल से बिजली की मांग का प्रबंधन.
►भारत में ई-मोबिलिटी (विद्युत चालित वाहन) को बढ़ावा देना.
►नवीकरणीय ऊर्जा के एकीकरण के लिए कार्यक्रम बनाना और अनुमान लगाना.
►सौर ऊर्जा कार्यक्रम के कार्यान्वयन की समीक्षा.
►सौर ऊर्जा छत कार्यक्रम के कार्यान्वयन में चुनौतियां.
►नए विकेंद्रीकृत भूमि अवस्थित ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा/कुसुम कार्यक्रम पर प्रस्तुति.
►आरई-इनवेस्ट 2017.
►पवन ऊर्जा कार्यक्रम की समीक्षा.
►एसएचपी कार्यक्रम की समीक्षा.
►बायोमास कार्यक्रम की समीक्षा.
सम्मेलन के समापन सत्र में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की टिप्पणियों और सुझावों को शामिल किया जाएगा तथा प्रतिनिधिमंडलों द्वारा सम्मेलन के प्रस्तावों को अपनाया जाएगा.