रांचीः
सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पुस्तक ‘दि आदिवासी विल नाॅट डांस’ की सभी प्रतियों को जब्त करने और लेखक के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई का निदेश दिया है.
डाॅ0 हांसदा सौवेन्द्र शेखर की पुस्तक ‘दि आदिवासी विल नाॅट डांस’ की सभी प्रतियों को जब्त करने और लेखक के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई का निदेश मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को दिया. उन्होंने कहा कि पाकुड़ के उपायुक्त इस पर तत्काल कार्रवाई करें.
मुख्यमंत्री ने पुस्तक ‘दि आदिवासी विल नाॅट डांस’ के विरूद्ध हो रहे विरोध को संज्ञान में लेते हुए मुख्य सचिव से कहा कि संताल जनजातीय महिलाओं की अस्मिता और उनकी गरिमा को ठेस पहुँचाने वाली इस पुस्तक को पूरे झारखण्ड में कहीं भी बिकने या इसके किसी भी अंश को प्रसारित एवं प्रचारित करने पर पूरी तरह रोक रहेगी.
बता दें कि पाकुड़ में पदस्थापित डाॅ0 हांसदा सौवेन्द्र शेखर की पुस्तक ‘दि आदिवासी विल नाॅट डांस’ का आदिवासी समाज द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा था. विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि लेखक हांसदा सोवेन्द्र शेखर ने अपने पुस्तक और उपान्यास में मनगढ़ंत कहानी लिखकर आदिवासी समाज को बदनाम करने की कोशिश है. संथाल महिलाओं पर पुस्तक में कई अपशब्दों का उपयोग किया गया है,जिससे समाज को ठेस पहुंचा है.