Jhunjhunu: हार्ट डिजीज पर रिसर्च करते-करते एक जर्मन डॉक्टर स्वेनिका और इंडियन साइंटिस्ट कृष्ण कुमार एक-दूसरे को दिल दे बैठे। तीन साल दोनों के बीच अफेयर चला। तीन दिन पहले दोनों ने पिलानी में हिंदू रीति- रिवाज से शादी कर ली। जर्मन भाई-भाभी ने स्वेनिका का कन्यादान किया। झुंझुनू जिले के पिलानी में रहने वाले कृष्ण कुमार (37) जर्मनी में इवोटेक इंस्टीट्यूट में साइंटिस्ट है। वे सात साल से वहां जॉब करते हैं। जर्मन स्वेनिका (35) वहां डॉक्टर है।
कृष्ण कुमार ने बताया कि 2018 में स्वेनिका 6 महीने के लिए इंटर्नशिप के लिए इंस्टीट्यूट में आई थी। इस दौरान वे हार्ट डिजीट पर रिसर्च करते थे। स्वेनिका भी इंटर्न के तौर पर टीम में शामिल थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत होने लगी और एक-दूसरे से मिलने लगे। दोनों ने एक-दूसरे को प्रपोज किया और शादी करने का फैसला लिया। कृष्ण ने परिवार को समझाया तो वे मान गए। आखिर दोनों ने 10 मार्च को फेरे लिए।
दोनों ने यह प्लान बनाया कि वे इंडिया में ही हिंदू-रीति-रिवाज से शादी करेंगे। स्वेनिका ने भी यह प्लान जब परिवार के लोगों को बताया तो वे राजी हो गए। स्वेनिका अपने भाई जोनस, भाभी रकेल व अन्य रिश्तेदारों के साथ पिलानी पहुंची। कृष्ण कुमार और स्वेनिका ने शादी करने का फैसला तो कर लिया था। लेकिन परिवार को बताना व समझाना इससे ज्यादा मुश्किल था। घरवालों को मनाने के लिए कृष्ण स्वेनिक को इंडिया लाए। घरवालों से मिलवाया।
कृष्ण ने बताया कि माता-पिता को समझाया कि स्वेनिका इस घर की बहू बनने के लिए बिल्कुल सही है। वह सभी की इज्जत करेगी। वह यहां के कल्चर के हिसाब से रहने के लिए भी तैयार है। परिजनों को काफी समझाया तो वे तैयार हुए। स्वेनिका ने जुलाई 2019 से दिसंबर 2019 तक दिल्ली एम्स में इंटर्नशिप की। वह 6 महीने तक इंडिया रही। इंडिया में इंटर्नशिप करते समय वह कृष्ण के घर जाती। इस दौरान वह परिवार में काफी घुल मिल गई।