नई दिल्ली।
माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर (Twitter) ने दिल्ली में किसान परेड को लेकर कथित रूप से भ्रामक ट्वीट करने वाले कुछ हैंडल्स पर भारत में रोक लगा दी है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY) के निर्देश पर ऐसा किया गया है। इसमें 'द कारवां' मैगजीन समेत कुछ पॉलिटिकल ऐक्टिविस्ट्स के अकाउंट्स शामिल हैं। ट्विटर ने जिन हैंडल्स पर रोक लगाई है, उनमें 'किसान एकता मोर्चा' का अकाउंट भी शामिल है। इसी को किसान नेताओं ने ट्विटर पर अपना आधिकारिक अकाउंट बताया था।
इन सभी के प्रोफाइल पर क्लिक करने पर लिखकर आ रहा है कि संबंधित अकाउंट पर 'एक कानूनी मांग के जवाब में भारत में रोक लगा दी गई है।'
किनके अकाउंट्स पर लगी है रोक:-
मोहम्मद सलीम, CPI (M) के पूर्व राज्यसभा सांसद
शशि शेखर, प्रसार भारती के सीईओ
सुशांत सिंह, ऐक्टर
आरती, आम आदमी पार्टी
हंसराज मीणा, पॉलिटिकल ऐक्टिविस्ट
संजुक्ता बासु, पॉलिटिकल ऐक्टिविस्ट
मोहम्मद आसिफ खान, पॉलिटिकल ऐक्टिविस्ट
द कारवां, मैगजीन
किसान एकता मोर्चा
इनके अलावा ट्विटर ने कुछ ट्रोल/अनोनिमस अकांउट्स पर भी रोक लगाई है।
दूसरी तरफ, सरकारी ब्रॉडकास्टर प्रसार भारती ने अपने सीईओ का ट्विटर अकाउंट करने पर ट्विटर से सफाई मांगी है।
क्यों लगाई गई रोक?
न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY) ने ट्विटर को करीब 250 ऐसे अकाउंट्स पर रोक लगाने के लिए कहा था जो #ModiPlanningFarmerGenocide हैशटैग के तहत आपत्तिजनक और भड़काऊ ट्वीट्स कर रहे थे। ये ट्वीट्स 30 जनवरी को किए गए। MEITY ने यह कदम गृह मंत्रालय और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुरोध पर उठाया था। आशंका थी कि ऐसे ट्वीट्स से कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती थी।
ट्विटर ने कहा:-
विभिन्न अकाउंट्स पर रोक लगाने को लेकर ट्विटर का बयान आया है "अगर कोई अधिकृत संस्था ठीक से अनुरोध करती है तो किसी देश में कुछ कंटेंट का एक्सेस रोकना जरूरी हो सकता है। अभिव्यक्ति के अधिकार की रक्षा के लिए पारदर्शिता जरूरी है, इसलिए रोके गए कंटेंट के लिए हमारी एक नोटिस नीति है। कंटेंट पर रोक लगाने का अनुरोध मिलने पर, हम प्रभावित खाताधारक को जानकारी देते हैं।"
26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा (Violence In Kisan Tractor Parade) के बाद भी ट्विटर ने 300 से ज्यादा अकाउंट्स को सस्पेंड किया था। अब केंद्र सरकार के निर्देश पर कुछ अकाउंट्स पर रोक लगाई गई है। किसान रैली के हिंसक होने के बाद, 27 जनवरी को ट्विटर ने कहा था कि उसने 300 से ज्यादा अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया था।