देवघर।
जाको राखे साइयां मार सके ना कोई… ये कहावत चरितार्थ हुई है देवघर में। जहां मौत के मुंह से एक किशोर को खींच निकाला डॉक्टर राकेश कुमार ने ।
कहते हैं डॉक्टर ईश्वर के दूसरे रूप होते हैं। जिसे आज फिर सच कर दिखाया डॉ राकेश कुमार ने। दरअसल, देवघर से सटे बिहार के चांदन जिले के बेल गुरु गांव का रहने वाले 17 वर्षीय मुकेश कुमार को जहरीले सांप ने गर्दन में डंस लिया था । जिसके बाद परिजनों द्वारा उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल देवघर लाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बताई गई और बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया गया।
परिजन गम्भीर हालत में मुकेश को लेकर देवघर के बाजला चौक के नजदीक त्रिदेव हॉस्पिटल पहुंचे । जहां उसका उपचार डॉ राकेश के द्वारा किया गया। डॉ. राकेश की देखरेख में मुकेश का इलाज चला। 3 दिनों तक उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। आज पांचवा दिन है और मुकेश बिल्कुल स्वस्थ है ।
मुकेश कुमार बताता है कि घर मे वो सो रहा था तभी करैत सांप ने गर्दन में काट लिया था। परिवार वाले उसे यहां लेकर आये थे। जब वो यहां पहुंचा था तो उसे कोई होश नहीं था । लेकिन, डॉक्टर साहब ने उसका समुचित इलाज कर उसे ठीक कर दिया।
मुकेश कुमार की मां यह बताते हुए भावुक हो गई कि उन्हें लगा कि अब उनका बच्चा इस दुनिया में नहीं जी पाएगा । परंतु कहते हैं जब सारे रास्ते बंद हो जाते हैं तो ईश्वर सहारा बनकर उनके समक्ष खड़े हो जाते हैं । यही हुआ उनके परिवार वालों के साथ।
आज मुकेश कुमार बिल्कुल ठीक है और आज त्रिदेेेव हॉस्पिटल से उसे डिस्चार्ज भी किया जाएगा।