दुमका।
चेन्नई काम करने गए जरमुंडी प्रखंड के करमा गांव के लगभग 60 मजदूरों के लॉक डाउन में फंस जाने से हालत खराब हो गई है, जिसके कारण उनके घरवाले काफी हताश परेशान नजर आ रहे हैं।
परिजनों ने बताया कि करमा गांव के लगभग 60 से अधिक युवक कई वर्षों से चेन्नई में विभिन्न होटलों एवं संस्थानों में मजदूरी का काम किया करते हैं। कोरोना से बचाव के मद्देनजर पूरे देश में लॉकडाउन किये जाने से ये युवक चेन्नई में ही फंस गए हैं। युवकों ने परिजनों को फोन पर बताया कि उनके पास पैसों की कमी हो गई है और होटल के मालिक महीना पूरा नही होने के कारण पगार भी नही दिए है। जिसके कारण उन्हें खाने पीने के अलावा काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
परिजनों ने चेन्नई में फँसे अपने बच्चों की मदद के लिए झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे से गुहार लगाई है, ताकि संकट की इस घड़ी में वे किसी तरह अपना पेट भर सके और सुरक्षित रह सके।