देवघर।
कहा जाता है कि संथाल में अगर विकास का मॉडल देखना है तो देवघर जरूर आईये, जहां एम्स, एयरपोर्ट, क्यू काॅम्पलेक्स, आईटी सेंटर, साॅफ्टवेयर पार्क और न जाने कितनी योजनाएं जो विकास का गवाह बनेंगे, लेकिन ऐसे ही विकास मॉडल में शामिल देवघर के सत्संग चैक पर बन रहा रेलवे ओवरब्रिज विकास को मुंह चिढ़ाता नजर आ रहा है.
लगभग छह सालों से यहां निर्माण कार्य चल रहा है, कई दफे जिला प्रशासन की ओर से यहां पर डायवर्सन बनाया गया ताकि लोगों को दिक्कत ना हो. लेकिन समय-समय पर ये भी बंद कर दिया जाता है. अब ऐसे में यह रेलवे ओवरब्रिज विकास के मॉडल को मुंह चिढ़ाता नजर आ रहा. सालों से यहां पर आरओबी निर्माण कार्य से ना सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई हुई है, बल्कि स्थानीय लोग भी इससे खासा परेशान हैं.
स्थानीय बताते हैं कि यह हाथी का दांत साबित हो रहा है, इससे सुविधा कितनी होगी यह तो पता नहीं लेकिन इससे समस्याएं ज्यादा हो रही है. लगातार धूल से आसपास के लोग परेशान तो हैं ही साथ में स्कूल, काॅलेज जाने वाले बच्चों को भी आवागमन में परेशानी होती है.
लोगों का कहना है कि हमें आरओबी निर्माण से कोई शिकायत नहीं है, बल्कि इस कार्य में हो रहे लंबी देरी से परेशानी है.
अब सवाल ये है कि अबतक जहां इस कार्य का निर्माण होकर लोगों को जहां सुविधाएं मिलनी शुरू हो जानी चाहिए थी, वहीं अब भी देखकर ऐसा ही लगता है कि न जाने और कितने साल इसे कंपलीट होने में लगेंगे.