देवघर।
लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद अब झारखंड के सबसे हॉट सीट पर कब्जे की कवायद शुरू हो चुकी है और इस चुनावी गदर में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे की इंट्री धमाकेदार हुई है.
चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद शनिवार को पहली बार गोड्डा सांसद डाॅ0 निशिकांत दुबे देवघर पहुंचे. उनके साथ उनकी पत्नी अनुकांत दुबे भी मौजूद थीं. स्थानीय सांसद का जसीडीह रेलवे स्टेशन पर समर्थकों ने जिस तरीके से अगुवानी की उसके बाद सांसद भी आत्मविश्वास से लबरेज नजर आये।
बाबा की नगरी में कदम रखते ही सबसे पहले सांसद डाॅ0 निशिकांत दुबे बाबा के दरबार पहुंचे. यहां उन्होंने बाबा की विशेष पूजा की. चुनावी दौर में जनता के बीच निकलने से पहले उन्होंने बाबा बैद्यनाथ का आशिर्वाद लिया. सांसद ने सरदार पंडा गुलाबनंद ओझा का भी आशिर्वाद लिया.
गोड्डा लोकसभा में चुनावी कैम्पेनिंग की शुरुआत से पहले सांसद पत्रकारों से मुखातिब हुए और फिर, विपक्ष के ऊपर ताबड़तोड़ हमला बोला। इस दौरान डॉ निशिकांत दुबे ने साल 2009 के दौरान जसीडीह में उनपर हुए हमले की याद दिलाते हुए कहा कि एक वक्त था जब यहां आतंक था, डर था और खौफ था, लेकिन, आज यहां विकास है, अमन है और सुकून है। हालांकि, सांसद ने उन दिनों का जिक्र कर एक तीर से कई निशाने भी साधे। इतना ही नहीं, सांसद ने महागठबंधन को चुनावी अखाड़े में धूल चटाने की चुनौती देते हुए, उनके तमाम कारनामों की फेहरिस्त भी गिनाई।
सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि साल 2009 में शिकस्त खाने के बाद साल 2014 में जेएमएम, राजद और कांग्रेस का गठबंधन बनाया वहां भी भारी अंतर से मात खाई और अब विपक्ष महागठबंधन बनाकर सामने है. लिहाजा, इस दफे विपक्ष और बीजेपी की जीत का अंतर ऐतिहासिक होगा।
बहरहाल, अभी तो बस चुनावी बयानबाजी का आगाज भर है, अब देखना यह है कि गोड्डा के चुनावी गदर में बयानों का यह जोर वोट में कितना तब्दील हो पाता है।