हज़ारीबाग।
हजारीबाग रेलवे स्टेशन के समीप मेला टांड स्थित डंपिंग यार्ड में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया. जब नगर निगम के ट्रैक्टरों द्वारा वहां कचरा गिराया जा रहा था.
आपको बता दें कि डंपिंग यार्ड के आस-पड़ोस में रहने वाले ग्रामीणों ने जमकर वहां कचरा गिराने का विरोध किया है. जबकि वर्षों से इस जगह पर ही शहर का कचरा डंप होते आया है. तभी इसका नाम मैलातांड रखा गया है. लेकिन अब लोगों को परेशानी हो रही है. क्योंकि निगम की कचरा गिराने वाले गाड़ी कचड़े के साथ-साथ मरे हुए मवेशियों को भी यही फेंक कर चले जाते हैं. जिससे आसपास के लोगों का जीना दूभर हो गया है.
कचरे का और मरे हुए मवेशियों का दुर्गंध इस कदर होता है कि खाना-पीना, उठना-बैठना उनका मुहाल हो गया है. पहले भी मुहल्लेवालों द्वारा इस संबंध में शिकायत की गई थी. तब नगर निगम ने मात्र 3 दिन देने का आश्वासन दिया था और कहा था कि 3 दिनों में आपकी समस्या को दूर कर ली जाएगी। परंतु आज तक समस्याएं मुंह बाए खड़ी है और लोग दुर्गंध और नरक की जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं.
हालांकि इस बावत नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सच्चाई है कि हमारे यहां कचरा प्रबंधन का कोई टेक्निकल उपाय नहीं है जो कि सही नहीं है. परंतु हम लोगों के यहां से कचरा ऐसे ही हमेशा से उस जगह पर डाला जाता रहा है. इसलिए आज भी वह बदस्तूर जारी है. लेकिन कचरा प्रबंधन के लिए साइंटिफिक उपाय किया जा रहा है और उसके लिए जल्द ही टेंडर भी निकाला जाएगा। आने वाले समय में लोगों को इससे निजात मिल जाएगी। तब तक लोग थोड़ा और बर्दाश्त करें।