दुमका।
दुमका के समाहरणालय में आयोजित 20 सूत्री बैठक शुरू होने से पहले ही स्थगित करनी पड़ी। दुमका उपायुक्त के छुट्टी पर जाने और इसकी जानकारी दुमका जिला के 20 सूत्री जिला मंत्री श्रम मंत्री राज पलिवार को उपायुक्त के द्वारा नहीं देने और 20 सूत्री के सदस्यों की राय लेने के बाद श्रम मंत्री की अध्यक्षता में हो रही 20 सूत्री की बैठक श्रम मंत्री राज पलिवार ने स्थगित कर दिया। एक वर्ष बाद हो रही अति महत्वपूर्ण बैठक जिसमे विकास से जुडी कई निर्णय को लेना था जो स्थगित होने के बाद नहीं हो सका।
दुमका में एक साल बाद हो रही 20 सूत्री की बैठक स्थगित कर दी गई. वजह दुमका के उपायुक्त की छुट्टी पर जाना। दुमका समाहरणालय में पहली बार श्रम मंत्री राज पलिवार की अध्यक्षता में प्रभारी 20 सूत्री मंत्री श्रम मंत्री को बनाये जाने के बाद मंत्री द्वारा 20 सूत्री की बैठक तय की गई थी। जिसमे उपायुक्त के छुट्टी पर रहने पर उप विकास आयुक्त ,उपायुक्त के प्रभार पर उपस्थित थे। लेकिन जब 20 सूत्री के उपाध्यक्ष दिनेश दत्ता द्वारा यह बताया गया कि उपायुक्त के नहीं रहने के कारन जनता से जुडी कई अहम विकास के फैसले नहीं ली जा सकती है. तब श्रम मंत्री ने 20 सूत्री बैठक में आये सभी 20 सूत्री सदस्यों से इसका निर्णय लेने को कहा. जिसमे सभी ने उपायुक्त के नहीं रहने पर आपत्ति जताई। जिसके बाद श्रम मंत्री राज पलिवार में बैठक को स्थगित कर दिया।
वहीँ बैठक में आये 20 सूत्री सदस्य और पोड़ैयाहाट बिधायक प्रदीप यादव ने बैठक के स्थगित होने पर कई सवाल खड़े किये। बिधायक प्रदीप यादव ने कहा कि पुरे राज्य की स्थिति ऐसी है. सरकारी अधिकारी बेलगाम हो गए है. सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। जनता सिर्फ देखने का काम कर रही है। जनता के काम के प्रति ना तो सरकार गंभीर है और ना ही अधिकारी गंभीर है जिसका नजारा देखने को मिला और 20 सूत्री की बैठक स्थगित हुई।
वहीँ दुमका के उप विकास आयुक्त ने कहा कि दुमका के उपायुक्त छुट्टी पर है और इसकी जानकारी सुबह मंत्री को मेरे द्वारा दी गई थी और मंत्री के आदेश पर ही 20 सूत्री की बैठक को आहूत किये है।
बहरहाल, एक साल बाद हो रही 20 सूत्री की बैठक में जनता के विकास के लिए 20 सूत्री की बैठक में कई अहम निर्णय होने वाले थे. लेकिन सिर्फ उपायुक्त के नहीं रहने पर बैठक को स्थगित करना कई सवाल को खड़े कर रहे है।