गिरिडीह।
गिरिडीह जिले के पारसनाथ के इलाके में सक्रिय नक्सली बाबूचंद मरांडी उर्फ सूरज ने आत्मसमर्पण किया. गिरिडीह पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा नया पुलिस लाइन में आयोजित एक कार्यक्रम में डीसी मनोज कुमार और एसपी सुरेन्द्र कुमार झा के समक्ष विधिवत तरीके से नक्सली बाबूचंद का आत्मसमर्पण कराया गया.
एसपी सुरेन्द्र कुमार झा ने जानकारी दी कि बाबूचंद निमियाघाट थाना के बंदखारो गांव का रहने वाला है और कुख्यात नक्सली अजय महतो दस्ते का प्रमुख और सक्रिय सदस्य है. उन्होंने बताया कि नौ जून 2007 में पारसनाथ पहाड़ के ढोलकट्टा गांव में कोबरा और गिरिडीह पुलिस की संयुक्त टीम के साथ नक्सली मुठभेड़ में बाबूचंद भी शामिल था. इस दौरान बाबूचंद को मुंह के जबड़े में गोली भी लगी थी. मुठभेड़ में कई नक्सली को गोली लगी थी जिसमे पुलिस ने एक नक्सली का शव भी बरामद किया था. साथ ही बाबूचंद कई काडों में वांछित था. इसका आत्मसमर्पण करना एक सकारात्मक कदम है.
इस मौके पर गिरिडीह डीसी और एसपी ने कहा कि भटके हुए नौजवानों को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए सरकार ने आकर्षक आत्मसमर्पण नीति शुरू की है. इससे नक्सली प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौट रहे हैं. एसपी ने कहा कि पारसनाथ की धरती की पहचान अहिंसा की भूमि की रही है. लेकिन कुछ वर्षों में माओवादी गतिविधियों के कारण यह तीर्थक्षेत्र अशांत रहा है. यह पहला मौका है कि पारसनाथ क्षेत्र से किसी नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है. इस मौके पर एसडीपीओ मनीष टोप्पो और डीएसपी वन पीके मिश्र समेत पुलिस के कई पदाधिकारी मौजूद थे.