देवघर/सारठ:
अपराधियों द्वारा अपराध करने के तरिके बदलने से क्षे़त्र में सनसनी है।
रविवार को एक बाईक पर सवार दो संदिग्ध व्यक्ति सारठ-चितरा रोड स्थित झगराही मोड़ पहूंचे और मोड़ में स्थित बंगाली मंडल के दुकान पर रूककर कहा कि तुम प्रहलाद मंडल के पिता हो। जवाब में दुकानदार बंगाली मंडल द्वारा हां कहने पर उसे बाईक में बैठकर चलने को कहा। जब दुकानदार बंगााली ने पुछा की आपलोग कहां से आये है कौन है तो दोनों ने अपने को पुलिस बताया। इसी बीच अन्य लोगों को आते देख दोनों वहां से भाग निकले
करीब एक घंटे बाद दोनों नया खरना व रानीबांध गांव गया। वहां भी तीन चार युवक का नाम लेकर कहा कि सबके विरूद्ध साइबर का मामला है। एक युवक को गाडी में बैठाकर ले जाने का प्रयास भी किया। लेकिन ग्रामीणों के हो हल्ला से दोनों वहां से भी भाग निकले। जिससे ग्रामीणों में दहशत है।
लोगों का कहना है कि अगर कोई बाहर की पुलिस किसी मामले के अनुसंधान या किसी को गिरफ्तार करने आयेंगे तो स्थानीय पुलिस भी साथ में रहेंगे। वहीं ग्रामीणों को गिरफ्तारी की जानकारी भी देंगे। लेकिन ऐसे लोग अपनी पहचान छुपाकर गांव से युवाओं को जबरन कहीं ले जाकर उनके साथ मारपीट करते हुए मोबाईल से परिजनों को मोटी रकम लाने अन्यथा जान मारने की धमकी देते है।
दो युवकों के साथ घट चुकी है घटना:
थाना क्षेत्र के झगराही गांव के विकास मंडल पिता रंजीत मंडल को 25 जुलाई को स्थानीय फुटानी हटिया से घर आने के क्रम में एक युवक ने मोड़ तक जाने की बात कह कर लिफ्ट मांगा और जैसे ही मोड पर पहूंचा पहले से दो बाईक में चार लोग वहां खडे थे। बताया जा रहा है कि बाईक में पीछे बैठे युवक ने विकास को पिस्तोल सटाकर जामताडा ले गया और वहां विकास के साथ मारपीट भी की। कहा कि अपने पिता को फोन कर दो लाख मंगाओं नही तो जान से मार देंगे। विकास ने अपने पिता के मोबाईल पर फोन लगाया लेकिन उनका नंबर स्वीच आॅफ बताया। उसके बाद युवकों ने उनके कपडे उतरवा लिए और विकास के पैंट में मिले एक हजार रूपये से सबों ने शराब मंगाकर पिया। देर रात जब सभी नशे में धुत हो गये तो विकास किसी तरह वहां से भाग निकला। जान के डर से रात को ही पैदल अजय नदि व दो जोरिया पार कर 26 जुलाई को घर पहूंचा। वहीं उनका बाईक का कोई पता नहीं है।
वहीं पिछले 23 जुलाई को झगराही गांव के प्रहलाद मंडल की गिरफ्तारी भी नियम कानून को ताक पर रख कर किया गया और गिरफ्तारी के बाद तीन दिन तक फोन करके उनके परिजनों से 15 लाख की फिरोती मांगी जा रही थी।
जामताडा के अपराधी दे रहे है घटना को अंजाम:
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा जामताडा में साइबर अपराधियों पर सिकंजा कसने के बाद अपराधी सारठ क्षेत्र में घटना को अंजाम दे रहे है। ग्रामीण भय से थाने में शिकायत नहीं कर रहे है। लेकिन पुलिस को ऐसी घटना पर गंभीरता दिखाने की आवशयकता है।
क्या कहते है थाना प्रभारी:
थाना प्रभारी एनडी राय ने कहा कि ऐसी घटनाओं की शिकायत तुरंत थाने में करें। ताकि थाने में सनहा दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा सके।