गिरिडीह:
आज एक नारा देश भर में खूब चर्चित है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। लेकिन आए दिन लड़कियों और महिलाओं के साथ होती घटनाओं को देख कर लगता है कि एक नारा और होनी चाहिए कि बेटियों को लड़ना सिखाओ। हालाँकि ऐसे नारे तो फिलहाल चलन में नहीं है। लेकिन मारवाड़ी मंच प्रेरणा शाखा ने इसके मर्म को समझकर बेटियों को लड़ना सिखाना शुरू कर दिया है।
सर जेसी बोस बालिका उच्च विद्यालय की बच्चियां आज प्रेरणा शाखा के प्रयास से बखूबी मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण वरिष्ठ कराटेकार सेंशय करण कुमार से प्राप्त कर रही हैं। इन दिनों विद्यालय की छात्राऐ हर दिन किक, पंच, काता व अन्य तरह के अटैक और डिफेंस की तकनीक सीख रहीं हैं। मार्शल आर्ट सीखती हुई यह छात्राएं बेहद उत्साहित नजर आ रही हैं। इस बाबत बच्चियों के कहना है कि उन्हें अब अकेले भी बाहर निकलने में डर नहीं लगता।
इधर सेंसेई करण कुमार का कहना है कि मार्शल आर्ट न सिर्फ शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है, बल्कि मानसिक रूप से भी सबल बनाता है। उन्होंने कहा कि आप सभी लोगों को आत्मरक्षा के गुर सीखने की दरकार है।
वहीं प्रेरणा शाखा की मीडिया प्रभारी आशा खंडेलवाल का कहना है कि महज कुछ ही दिनों में इन बच्चियों के आत्मविश्वास में गजब का परिवर्तन हुआ है। आगे भी मंच ऐसे आयोजन करती रहेगी।
बहरहाल, आज प्रेरणा शाखा और करण कुमार के प्रयास से इन बच्चियों के आत्मविश्वास में गजब का इजाफा हुआ है। निश्चित ही आने वाले वक्त में बेटियों को लड़ना सिखाओ जैसे नारो की अग्रदूत बनेगी, इसमें कतई संदेह नहीं है।