रांची:
झारखंड के खूंटी जिले में 5 लड़कियों के साथ गैंगरेप की घटना ने सनसनी फैला दी है।
देश के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिले झारखंड के खूंटी के अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग में मानव तस्करी और पलायन को लेकर जागरूकता अभियान चलाने वाली पांच लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है।
गैंगरेप की शिकार पांचों लड़कियां पलायन और मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने के लिए गांव में गई थी, उसी दौरान उनके साथ हैवानियत की घटना को अंजाम दिया गया है। पांचों लड़कियां अपनी टीम के साथ नुक्कड़ नाटक करने के बाद वापस खूंटी लौट रही थी, तभी लगभग 10 की संख्या में आए युवकों ने हथियार के बल पर उनका अपहरण कर लिया और पास के ही जंगल में ले जाकर उनके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित लड़कियां खूंटी के ही एक एनजीओ के लिए काम करती हैं। खूंटी एसपी अश्वनी कुमार सिन्हा ने गैंगरेप की वारदात होने की पुष्टि की है।
एक पीड़िता भाग कर आई:
बुधवार देर रात गैंगरेप की शिकार एक लड़की किसी तरह भागकर खूंटी थाने पहुंची और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी । वही गैंगरेप की शिकार चार अन्य लड़कियां अभी तक ट्रेसलेस हैं पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई है। खूंटी एसपी ने दावा किया है कि बाकी चार लड़कियों को जल्द ही बरामद कर लिया जाएगा।
पत्थलगढ़ी समर्थकों का हाथ:
मामले की अनुसंधान में लगी खूंटी पुलिस को यह जानकारी मिली है कि इस गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने में कई पत्थलगढ़ी समर्थकों का भी हाथ है।
नक्सल और पत्थलगड़ी प्रभावित है इलाका:
गैंगरेप की घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी खूंटी पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई है. दरअसल जिस जंगल में वारदात को अंजाम दिया गया है। वह घोर नक्सल प्रभावित है दूसरी तरफ यह इलाका पत्थलगड़ी समर्थकों के प्रभाव वाला भी है। यही वजह है कि पुलिस अब तक घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई है, इन इलाकों में जब भी पुलिस की टीम गई है उन्हें बंधक बना लिया गया है. फिलहाल पुलिस किसी भी तरह इलाके में पहुंचने के लिए प्लानिंग कर रही है।