धनबाद :
बिरसा इन्सटिच्युट आँफ टेक्नोलॉजी, सिन्दरी में झारखंड का एकमात्र सरकारी प्रौद्योगिकी संस्थान है.जहां कॉलेज औऱ छात्रावास टेक्नोलॉजी पार्क का बड़े पैमाने पर निर्माण और मरम्मति हो रहा है. लेकिन इसमे भारी अनियमितता का आरोप लगाते हुए धनबाद नव निर्माण संघ के बैनर तले दर्जनों लोग बीआइटी गेट के समक्ष अनिश्चित कालीन धरना पर आज से बैठे गए है.
संस्थान में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर:
आरोप है कि इन दिनों संस्थान में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है.1 वर्ष से लगभग 200 करोड़ की लागत से छात्रावास एवं अन्य विभिन्न विकास योजनाओं का कार्य किया जा रहा है जिसमें नियमों को ताक पर रखकर बालू,गिट्टी एवं ईटों का प्रयोग प्राक्कलन के अनुसार नहीं किया जा रहा है.जिससे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है.इसी आक्रोश के मद्देनजर धनबाद नवनिर्माण संघ के बैनर तले दर्जनों स्थानीय पुरुष एवं महिलाओं ने अनिश्चितकालीन धरना का शंखनाद किया।
संस्थान निर्माण कार्य भ्रष्टाचार:
नव निर्माण संघ का आरोप है कि संस्थान में हो रहे निर्माण कार्य में बराकर के बालू का इस्तेमाल ना कर दामोदर से मिट्टी मिश्रित बालू का इस्तेमाल किया जा रहा है.जिसमें किसी भी प्रकार की स्ट्रेंथ नहीं बनती है.क्योंकि बराकर के बालू में 80 से 90 फिसदी स्ट्रेंथ होती है जिनके तुलना में दामोदर के बालू में 30 से 35% ही strength रहता है. स्टोन चिप्स की अगर बात करें तो किसी भी योजना में काली चिप्स का प्रयोग होता है.जबकि यहां सफेद चिप्स का इस्तेमाल किया जा रहा है जो उचित नहीं है.
संघ कर रहे जांच की मांग:
संघ का कहना है कि झारखंड सरकार की ओर से जितनी भी विकास योजनाएं चल रही है.सबों में चिमनी का प्रयोग करना सुनिश्चित है.बावजूद इसके संस्थान में हो रहे कार्य में बांग्ला भट्टा ईट का इस्तेमाल किया जा रहा है.इसके अलावा संस्थान में विगत 6 माह पूर्व से काम कर रहे मजदूरों को हटा दिया गया.साथ ही नियम की अनदेखी कर न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है इतनी सारी अनियमितताएं हैं तो इस पर रोक लगनी चाहिए पूर्व में भी इस बाबत निदेशक डीके सिंह से वार्ता की गई थी एवं जांच की मांग की गई थी.लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. जब तक जांच नहीं होगी तबतक प्रदर्शन जारी रहेगा।