देवघर/मधुपुर:
गिरिडीह-सारठ मुख्य पथ व डालमिया कूप चौक से होकर बाजार की तरफ जाने वाला फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण कार्य का मामला फिलहाल लटक गया है.
बताया जाता है कि भूमि अधिग्रहण नहीं होने के कारण फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य की गति धीमी हो गई है. वहीं फॉरेस्ट विभाग एवं बिजली विभाग से भी एनओसी नहीं मिली है. इस संबंध में रेलवे के जेई आशुतोष कुमार ने बताया कि अभी तक जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा नहीं किया सका है. नेशनल हाईवे और रेलवे की बी क्लास जमीन अधिग्रहण को लेकर मामला संबंधित विभाग के सचिव के पास पेंडिंग है. मई 2018 में कार्य को पूरा कर लिया जाना था. पुल निर्माण की कुल लागत 45 करोड़ रुपए की हैं.
1150 मीटर की होगी ब्रिज:
सारठ- गिरिडीह की ओर बनने वाली फ्लाइओवर ब्रिज की लंबाई 850 मीटर होगी. जबकि डालमिया कूप से ऊपर बाज़ार की ओर जाने वाले सरदार पटेल रोड तक इसकी लंबाई 300 मीटर होगी. ब्रिज की कुल लंबाई 1150 मीटर की है. वहीं पुल की चौड़ाई 9 मीटर की होगी. इसके अतिरिक्त पुल के दोनों ओर राहगीरों के लिए फुटपाथ बनाए जाएंगे. साथ ही पुल के नीचे दोनों ओर रास्ते भी बनाए जाएंगे.
18 माह में बनना था ब्रिज:
इधर फ्लाइ ओवर ब्रिज निर्माण कार्य के 18 माह का एकरारनामा मई माह में ही पूर्ण हो जायेगा. वहीं संवेदक द्वारा अब तक 20 से 25% ही कार्य किया जा सका है. ऐसे में फ्लाई ओवर ब्रिज का कार्य अधर में लटक गया है.
करीब 75 घरों की जमीन होगी अधिग्रहीत:
गिरिडीह-सारठ मुख्य पथ पर बनने वाला फ्लाइ ओवर ब्रिज का एक सिरा कनीराम हरनंद राय पेट्रोल पंप तक होगा. जिसमें एसआरडी रोड, चांदमारी में रह रहे करीब 55 लोगों की जमीन अधिग्रहण किया जायेगा. वहीं ब्रिज का दूसरा सिरा लार्ड सिन्हा रोड तक होगा. जिसमें करीब 20 घरों की जमीन अधिग्रहण किये जा सकते हैं.