गिरिडीह:
एक मुखिया के जज़्बे ने कई गांवों की तक़दीर और तस्वीर बदल दी है। आज गांडेय प्रखंड का डोकीडीह पंचायत विकास की नई इबारत लिखकर जिले का उन्नत पंचायत बन चुका है। इन सब के लिए लोग मुखिया और उनके पति की भूरी-भूरी प्रशंसा कर रहे हैं।
कभी उबड़-खाबड़ पगडंडीयां, गरीबी- तंगहाली और तमाम मूलभूत सुविधाओं का आभाव यहाँ की पहचान थी। सड़क, बिजली, पानी और शौचालय आदि का आभाव यहां के लोगों की नियति थी। लेकिन इधर कुछ वर्षों में यहाँ विकास की ऐसी इबारत लिखी गई कि यह इलाका पूरे ज़िले के लिए फुट मार्क बनकर उभरा और इनसब के लिए स्थानीय मुखिया और उनके प्रतिनिधि की भूरी भूरी प्रशंसा हो रही है।
आजादी के बाद भी यह इलाका बाबा आदम युग में जी रहा था। लेकिन कुछ साल पहले यहां विकास की जो बयार बहनी शुरू हुई तो फिर कभी रुकी ही नहीं। इन सब का श्रेय जाता है स्थानीय मुखिया सलेहा खातून और उनके पति सह मुखिया प्रतिनिधि मो० शाकिर को। इन दोनों ने मिलकर हाल के कुछ वर्षों में इलाके में 6 पीसीसी पथ, 35 मिट्टी मोरम रोड, 60 तालाब, 4 आंगनबाड़ी केंद्र, 2 डीप बोरिंग, सौर ऊर्जा के साथ 50 कूप निर्माण, 35 चापानल, 125 मुर्गी पालन केंद्र, 6 बकरी सेड,150 आवास, कई पानी टैंक आदि का निर्माण करवाकर पंचायत की तक़दीर और तस्वीर बदल डाली है।
सूरत को अपनी सीरत और समर्पण से उन्नत बनाने वाले मो शाकिर का कहना है कि इन्होंने पूरी निष्ठा और ईमानदारी से एक प्रयास किया है। यह प्रयास भी धीरे धीरे रंग ला रहा है। आगे भी इनका यह प्रयास जारी रहेगा। पंचायत के उप प्रमुख अकबर अंसारी का कहना है कि स्थानीय मुखिया के प्रयास से इन पंचायत में खुशहाली आ गई है। यहाँ के ग्रामीण मुखिया के कार्य से खुश है.
इलाक़े के विकास से गांडेय बीडीओ भी बेहद खुश हैं। इनका कहना है कि डोकीडीह पंचायत खुले में शौच मुक्त क्षेत्र घोषित हो चुका है। वहां 95 प्रतिशत शौचालय उपयोग में है। कोशिश हो रही है कि जल्द से जल्द इसे शतप्रतिशत किया जा सके।
बहरहाल, गर वाकई प्रयास ईमानदार हो और इरादे बुलंद हो तो तस्वीर में सतरंगी छटा खुद ब खुद बिखर जाती है। डोकीडीह की तस्वीर भी कुछ ऐसे ही समर्पण की कहानी बयां कर रही है।